Bihar Politics: बिहार विधान परिषद में भोजपुरी गीतों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हंगामा हुआ. दोनों खेमों में तीखी नोकझोंक हुई. इन सबके पीछे की वजह कुछ और नहीं बल्कि राजद MLC के द्वारा भोजपुरी कलाकारों को लोकसभा चुनाव में टिकट देने को मुद्दा बनाने से हुआ. राजद नेता अपने साथ रूई लेकर गए थे और सदन के अंदर ही कानों में रूई लगाकर रहने की सलाह महिला सदस्यों को देने लगे.
विधान परिषद में गुरुवार को डॉ सुनील कुमार सिंह के तारांकित प्रश्न पर जवाब प्रभारी मंत्री गृह विभाग को देना था. सभापति ने कहा सदस्य कोई पूरक हो, तो पूछें. इसके बाद सुनील सिंह ने भोजपुरी में कहा कि देश में छह करोड़ लोग और विश्व में 25 करोड़ लोग भोजपुरी बोलते हैं. शराबबंदी के लिए कानून बन सकता है, तो इसके लिए भी कानून नहीं बनेगा. तब तक अश्लीलता को पुलिस क्या रोक पाये.
सुनील सिंह ने कहा कि इसके पीछे के कारण को देखेंगे तो सांसद रवि किशन, मनोज तिवारी जैसे गायकों ने दो मीनिंग का गाना गाया और टिकट मिला. इस तरह से भोजपुरी भाषा को बदनाम किया गया है. विकृति पैदा की गयी है. वहीं सदन में भाजपा सांसद का नाम आते ही विपक्ष की ओर से हंगामा शुरू हो गया और नवल किशोर यादव ने कहा कि प्रश्न के समय पूरक की जगह फिलॉस्पी और थेसिस देने लगते हैं. इसके बाद सुनील सिंह ने दो गानों के बोल बोले, जिसके बाद हंगामा बढ़ गया.
Also Read: कोर्ट रूम के अंदर: ‘तेजस्वी यादव को इस महीने नहीं करेंगे गिरफ्तार..’, बोले वकील- ऊपर से CBI को फोन आ गया तो..
प्रश्नकर्ता के पूरक पर हस्तक्षेप करते हुए सभापति देवेंद्र चंद्र ठाकुर ने कहा कि सदन में जो नहीं है,उनका नाम लेकर बोलना उचित नहीं है. उन्होंने सुनील सिंह को कहा कि आपका सवाल गंभीर था, लेकिन आपने इसे हल्का कर दिया. इसके बाद सुनील सिंह बोलते रह गये. सभापति ने दूसरा सवाल शुरू कर दिया.
Published By: Thakur Shaktilochan