Mallikarjun Kharge: राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान पर सदन में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी को देशविरोधी पार्टी बताया है. जेपी नड्डा के बयान पर पलटवार करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने भी बीजेपी पर निशाना साधा. बीजेपी पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा- भाजपा खुद देशद्रोही है. उन्होंने कभी भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा नहीं लिया और वे दूसरों को देशविरोधी कह रहे हैं. वे बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों से भटकाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. क्या राहुल गांधी कभी देशद्रोही हो सकते हैं? क्या लोकतंत्र पर बहस करने वाले देशविरोधी हैं? मैं जेपी नड्डा के बयान की निंदा करता हूं. क्योंकि, वे राहुल गांधी को संसद में बोलने का मौका क्यों नहीं दे रहे हैं.
They (BJP) themselves are anti-national. They never took part in India's freedom movement. And they're calling others anti-national. They are doing this to deviate from issues of unemployment & inflation. Can Rahul Gandhi ever be anti-national? Are people who debate about… pic.twitter.com/IOPHTXjlw4
— ANI (@ANI) March 17, 2023
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान पर जोरदार हमला किया है. हमला करते हुए उन्होंने कहा- राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी ही होगी. केवल यहीं नहीं जेपी नड्डा ने राहुल गांधी को शर्मनाक भी बताया है. उनके बयान को शर्मनाक बताते हुए नड्डा ने कहा कि- उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उनके बयान से पूरे देश में आक्रोश है. जेपी नड्डा ने आगे बताते हुए कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस पार्टी देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है. राष्ट्र द्वारा बार-बार खारिज किए जाने के बाद भी राहुल गांधी अब इस राष्ट्रविरोधी टूलकिट का एक स्थायी हिस्सा बन चुके हैं.
Also Read: दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी को नोटिस भेजा, महिला उत्पीड़न से जुड़े बयान को लेकर पीड़ितों की जानकारी मांगी
बीजेपी के जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि- राहुल गांधी निर्वाचित बहुमत वाली सरकार और 130 करोड़ भारतीयों का अपमान कर रहे हैं. यह देशद्रोहियों को मजबूत नहीं कर रहा है तो और क्या है. लंदन में दिए गए राहुल गांधी के बयान पर बात करते हुए जेपी नड्डा ने आगे कहा कि- वे विदेशी धरती पर बोलते हैं कि भारत में लोकतंत्र खत्म हो गया है और यूरोप और अमेरिका को हस्तक्षेप करना चाहिए. इससे ज्यादा शर्मनाक और क्या हो सकता है?