Bihar Weather : देर रात 11 बजे पटना में झमाझम बारिश हुई. लगभग आधे घंटे तक होने वाली यह बारिश इतनी तेज थी कि इससे सड़कों पर पानी भी लग गया. रात 11:30 बजे के बाद बारिश की रफ्तार धीमी हो गयी लेकिन रात 12 बजे तक राजधानी के कई क्षेत्रो में हल्की बूंदाबांदी होती रही. बेमौसम की इस बारिश से देर रात घर लौटने वाले लोगों को परेशानी भी हुई और कई उसमें भिंगते हुए ही घर पहुंचे. हलांकि इससे शहर का तापमान नीचे गिरा और बीते दो-तीन दिनों से तेज गर्मी से परेशान लोगों ने राहत महसूस की.
मुजफ्फरपुर जिले में भी शनिवार की रात मौसम बदल गया. आंधी के साथ तेज बारिश हुई. बारिश के दौरान कई जगहों पर ठनका भी गिरा. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों की बिजली भी गुल गयी. शहर के छोटी सरैयागंज, मोतीझील, चंद्रलोक चौक, कल्याणी चौक सहित कई जगहों पर जलजमाव हो गया. ग्रामीण इलाकों में कई जगह ओलावृष्टि भी हुई. बारिश से आम, लीची सहित गेंहू की फसल काे काफी नुकसान पहुंचा है. मौसम विभाग ने पहले ही तेज बारिश को लेकर अलर्ट किया था. रविवार को भी 20 से 30 एमएम बारिश की आशंका जतायी गयी है. मुजफ्फरपुर सहित उत्तर बिहार के कई जिलों में कुछ जगहों पर ओला पड़ने की बात कही गयी है. सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ से अगले पांच दिनों तक गरज वाले घने बादल बनेंगे.
भागलपुर जिले में भी शनिवार को आसमान में दिनभर बादल छाये रहे. जिले के विभिन्न इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई. बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने बताया कि शनिवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री व न्यूनतम तापमान 18 डिग्री रहा. 19 से 24 मार्च के बीच भागलपुर में 12 से 20 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से पूरब दिशा से हवा चलेगी. 19 से 20 मार्च तक आसमान में घने बादल छाये रह सकते हैं. इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है. किसान खेत की सिंचाई रोक दें, फसल की कटाई भी इस दौरान न करें.
केवीके सिरीस के मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे ने बताया कि जिले में 22 मार्च तक आसमान में कभी हल्के कभी घने बादल छाये रहेंगे. इस बीच बारिश होने से इंकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि पश्चिम विक्षोभ तूफान का असर के कारण अचानक मौसम करवट ले लिया है. बताया कि 19, 20 व 21 मार्च यानी रविवार से मंगलवार तक औरंगाबाद के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की बारिश होने की संभावना है. इस दौरान तेज हवाओं के चलने से मौसम के तापमान में कमी आयेगी. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार 18, 19, 20, 21, व 22 मार्च को अधिकतम तापमान 31.5, 32.5, 30, 26, व 28 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 16.5, 17.5, 16, 14 व 16 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
किसानों के खेत में अगात बुवाई की गई गेहूं की फसल पक कर तैयार है. लेट से लगे पौधों से भी बाली निकल गयी है व दाना लेने के स्टेज में है. वहीं मसूर, खेसारी, अरहर व चना के साथ सरसों व राई की कटाई हो रही है. इधर, मौसम का रंग बदरंग है. चैत के महीने में आकाश में उमड़ते-घुमड़ते काले बादल देखकर किसान हैरान हैं. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि मार्च का महीना है या जुलाई का. इस क्रम में बादलों की गरज के साथ कहीं थम कर, तो कहीं जम कर बारिश भी हो रही है. बेमौसम बारिश होने से रबी फसल में काफी क्षति हो रही है. कटाई की गयी दलहनी व तेलहनी फसल किसानों के खलिहान में सड़ रहा है. शनिवार को जिले के दक्षिणी क्षेत्र में कहीं हल्की कहीं मध्यम बारिश हुई है.
कृषि वैज्ञानित डॉ नित्यानंद ने कहा कि हवा की गति तेज रहने से आम के पेड़ों में आए हुए मंजर व टीकोड़े गिर जायेंगे व नींबू का फूल गंदा हो जायेगा. रबी जो पक्क कर तैयार है. ऐसे मौसम के प्रभाव से खराब होगा. तेलहनी व दलहनी फसलों में काफी क्षति होगी. पिछात बुवाई की गई गेहूं की फसल पर मौसम का कोई असर नहीं पड़ेगा. मौसम में बदलाव होने से मनुष्य से लेकर पशुओं को बीमार पड़ने की आशंका बनी रहेगी.