पश्चिम बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक जानकारी के आधार पर पिछले गुरुवार को विधाननगर से दो ड्रग्स तस्करों मोबीन खान और मेहताब बेगम को गिरफ्तार किया था. उनके पास से 3.50 किलो हेरोइन एवं 1.50 किलो हेरोइन बनाने में निर्मित केमिकल जब्त किया गया था. दोनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर एसटीएफ की टीम ने मंगलवार रात को सॉल्टलेक के नाउभांगा इलाके में दो कीमती कारों से और दो किलोग्राम हेरोइन जब्त की है.
एक कार से 500 ग्राम हेरोइन और दूसरी कार से 30 हजार पुड़िया में कुल डेढ़ किलो हेरोइन जब्त की गयी है. दोनों ही कारों को जब्त कर लिया गया है. जब्त हेरोइन की कीमत बाजार में करीब दो करोड़ रुपये बतायी जा रही है. एसटीएफ सूत्र बताते हैं कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह गिरोह सॉल्टलेक एवं आसपास के इलाकों में मौजूद शिक्षण संस्थानों एवं कॉल सेंटर में काम करनेवाले युवा वर्ग को टार्गेट कर उन तक यह ड्रग्स सप्लाई करता था.
इसके अलावा चेन सिस्टम के जरिये विधाननगर व आसपास के इलाकों में भी दोनों आरोपी ड्रग्स सप्लाई का धंधा चला रहे थे. एसटीएफ की टीम अब इन दोनों आरोपियों से पूछताछ कर इस गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. एसटीएफ सूत्रों को जांच में यह भी पता चला है कि कीमती कार में ड्रग्स छिपाकर यह गिरोह शहर के विभिन्न ठिकानों तक पहुंचाता था. गिरफ्तार आरोपी कहां से इतने बड़े पैमाने पर ड्रग्स ला रहे थे, कौन इन्हें सप्लाई कर रहा था, एसटीएफ की टीम उन आरोपी तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है.
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कस्टम्स विभाग और राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) की ओर से भारी परिमाण में जब्त किये गये ड्रग्स नष्ट किये गये हैं. बुधवार को कस्टम्स विभाग (प्रिवेंटिव), पश्चिम बंगाल और डीआरआइ के अधिकारियों की मौजूदगी में सिलीगुड़ी स्थित ग्रीनजेन बॉयो प्राइवेट लिमिटेड के परिसर में ड्रग्स को कानूनी प्रक्रिया के तहत नष्ट किया गया. इन ड्रग्स में 836 किलोग्राम गांजा, 28 किलोग्राम हशीश और 9,850 मैथामफेटामाइन टैबलेट शामिल थे, जिन्हें एनडीपीएस एक्ट, 1985 के तहत जब्त किया गया था.