पटना. गंगा पथ पर एलसीटी घाट के पास गुरुवार को भीषण हादसे में एलआइसी एजेंट विनोद कुमार की मौत हो गयी है. तेज रफ्तार कार ने खड़ी बाइक में इतनी जोरदार टक्कर मारी कि मौके पर ही हाजीपुर के हथसारगंज निवासी 55 वर्षीय विनोद कुमार ने दम तोड़ दिया. धक्का मारने के बाद अनियंत्रित कार डिवाइडर से टकराते हुए गंगा पथ के फुटपाथ पर पहुंच गयी.
विनोद कुमार बाइक से हाजीपुर से पटना एलनआइसी के काम से आये थे. बाइक खड़ी कर मोबाइल फोन से बात ही कर रहे थे कि अचानक से गलत दिशा से आ रही तेज रफ्तार स्विफ्ट डिजायर कार ने बाइक में टक्कर मार दी, जिससे विनोद कुमार काफी दूर फेंका गये. सिर में चोट लगने की वजह से उनकी मौके पर ही मौत हो गयी.
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पाटलिपुत्र थाना और ट्रैफिक पुलिस की टीम पहुंच गयी. कार सवार दिव्यांशु शेखर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. करीब आधा घंटे तक वहां पर अफरा-तफरी मची रही. इस बीच पुलिस के साथ नाेकझाेंक भी हुई. कार किसी रंजन कुमार गुप्ता के नाम से रजिस्टर्ड है. दो साल पहले कार की पटना डीटीओ में रजिस्ट्रेशन हुआ है.
सड़क हादसे के बाद मौजूद लोगों का गुस्सा फूट गया. भीड़ को अपने पास आता देख कार से दो लोग फरार हो गये. वहीं, कारचालक घायल होने की वजह से भाग नहीं सका और भीड़ ने उसकी जमकर पिटाई कर दी. कार में भी जमकर तोड़फोड़ की. कार चला रहा 22 वर्षीय दिव्यांशु शेखर न्यू सिपारा का रहने वाला है और पटना के एक बड़े कोचिंग संस्थान का छात्र है. मिली जानकारी के अनुसार दोस्तों के साथ दिव्यांशु घूमने पहुंचा था. मिली जानकारी के अनुसार दिव्यांशु एक बड़े कारोबारी का बेटा है और कार दूसरे किसी से मांग कर लायी थी. जानकारी के अनुसार दिव्यांशु कार धुलाने की बात कहकर निकला था.
मिली जानकारी के अनुसार एलआइसी एजेंट विनोद बाइक लगा कर मोबाइल से बात कर रहे थे. बाइक बीआर 31 एम 4894 से पटना आते-जाते थे. गुरुवार काे भी वह पटना आये थे. इसी बीच गंगा पथ पर किसी का फाेन आ गया. वह माेबाइल से बात करने लगे. इतने में पीछे से आ रही कार ने उन्हें जाेर से ठाेkक दिया और वह सड़क के नीचे गिर गये. हादसे के बाद फाैरन स्थानीय लाेग पहुंचे. वहीं, दिव्यांशु का कहना है कि वह चलती बाइक पर माेबाइल से बात कर रहे थे. बात करने के दाैरान उनकी बाइक दायीं ओर आ गयी और फिर कार ने टक्कर मार दी. पाटलिपुत्र थानेदार ने बताया कि पुलिस ने दिव्यांशु काे हिरासत में ले लिया और ट्रैफिक थाने की पुलिस के हवाले कर दिया.