धनबाद: माह ए रमजान की शुरुआत शुक्रवार से हो रही है. जुमे के दिन शुरुआत होने से मुस्लिम समुदाय व नमाजियों में दोहरी खुशी है. चांद दिखने के साथ ही एक-दूजे को मुबारकबाद दी गयी. कोयलांचल के मस्जिदों में रमजान को लेकर विशेष तैयारी की गयी है. जामा मस्जिद पुराना बाजार के सदर अफजल खान ने बताया कि हमें चांद का इंतजार था. चांद की दीदार के साथ ही हमारी कौम में उत्साह का माहौल है.
अदा की गयी तरावीह की नमाज
रमजान के पूर्व तरावीह की नमाज अदा की गयी. रमजान माह के तीन अशरे होते हैं. पहले 10 दिन रहमत का अशरा, इसके बाद के दस दिन मगफिरत यानी माफी का अशरा आखिरी के 10 दिन जहन्नुम की आग से आजादी का अशरा होता है. रमजान रहमत का माह होता है. रमजान में ही कुरान नाजिल हुए था. रमजान में नियम से पांच टाइम की नमाज अदा करना हर मुस्लिम का फर्ज है. फजर, जोहर, असर, मगरिब व इशा की नमाज अदा की जायेगी.
24- 3- 2023 इफ्तार का समय संध्या 5.56 मिनट
25- 3- 2023 सेहरी का समय सुबह 4.28 मिनट
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रहमत व बरकत का महीना है रमजान
ईदगाह मस्जिद के इमाम मोहम्मद आमिर उद्दीन ने कहा कि रमजान का महीना अल्लाह की तरफ से उसके बंदों को तोहफा है. इसमें अल्लाह अपने बंदों के हर नेक अमल का बदला बढ़ा देते हैं. यह महीना सब्र का है. रमजान मुबारक का महीना कल से शुरू हो रहा है. इस माहे मुबारक में रोजा रखें और खूब इबादत करें. अल्लाह को हर मुमकिन राजी करें और गलत बातों और कामों से बचें झूठ ना बोलें. किसी का मजाक ना उड़ाएं. किसी पर तोहमत ना लगाएं. नमाज की पाबंदी करें. तरावीह पढ़ें. जरूरतमंदों का इस महीने में ख्याल करें. दुआ है अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त इस माहे मुबारक में इबादत करने को आसान बना दे और हर बुराई से बचने कि तौफीक अता फरमा दे. तमाम मुसलमानों के रोजे और इबादत को कुबूल फरमाए, आमीन.