बिहार के मुजफ्फरपुर झोला छाप डॉक्टर के कारण किडनी गवाने वाली सुनीता का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि साहेबगंज थाने के सरैया पंचायत के बहोरा छपड़ा निवासी की मौत एक झोला छाप डॉक्टर के कारण हो गयी. बताया जा रहा है कि अशोक पासवान की पत्नी प्रमिला देवी (35) की मौत पर शनिवार को मुजफ्फरपुर के निजी क्लिनिक में इलाज के दौरान हो गयी. इसके बाद मृतक के परिजनों ने शव को सरैया चौक स्थित मुकेश कुमार की क्लिनिक पर लाकर हंगामा खड़ा कर दिया.
पूर्व मुखिया मनोज पासवान ने परिजनों को समझाकर शांत कराया. मृतका के पति अशोक पासवान ने बताया कि सरैया चौक पर क्लिनिक में 22 मार्च को उनकी पत्नी के गर्भाशय व स्टोन का ऑपरेशन हुआ था. ऑपरेशन करने के लिए चिकित्सक ने 35 हजार रुपये लिए थे. ऑपरेशन के बाद उनकी पत्नी की स्थिति बिगड़ने पर उसे फिर से बेहोश करके दुबारा ऑपरेशन कर दिया. इसके बाद भी जब उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो चिकित्सक अपनी गाड़ी से मुजफ्फरपुर ले जाकर निजी क्लिनिक में भर्ती करा दिया. इलाज के दौरान उनकी पत्नी की मौत शनिवार को हो गयी. उनकी पत्नी की मौत होने के बाद चिकित्सक ने सरैया बाजार स्थित अपनी क्लिनिक का बोर्ड हटा लिया व ताला जड़कर चंपत हो गया.
घटना की सूचना मिलते ही, स्थानीय थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया. पुलिस को अब रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. परिजनों ने प्राथमिकी के लिए आवेदन नहीं दिया था. हालांकि, सूचना के आधार पर मामले की जांच कर रही है. इसके साथ ही, आरोपी डॉक्टर मुकेश कुमार की भी तलाश की जा रही है.