बिहार में इन दिनों सिरफिरे से लोग खौफ में हैं. बीते शनिवार को सहरसा के बख्तियारपुर थाना क्षेत्र में एक सिरफिरा बीच सड़क पर धारदार दबिया लेकर घूमता रहा और जिसे मन चाहा उसपर उसने दबिया से प्रहार कर जख्मी कर डाला. लोग सिरफिरे के भय से घरों में कैद हो गए. किसी तरह उसे रस्सी का फंदा बनाकर दूर से फेंककर पकड़ा गया. वहीं अब मुंगेर में भी ऐसी ही घटना घटी है जहां एक सिरफिरे ने राह चलते लोगों पर पत्थर बरसाना शुरू कर दिया.
मुंगेर के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत गोयनका अस्पताल के समीप मंगलवार की रात करीब 9:00 बजे मानसिक रूप से विक्षिप्त एक युवक द्वारा ताबड़तोड़ पत्थर चलाए जाने के कारण वहां अफरा-तफरी मच गई. सिरफिरे के द्वारा किए गए इस हमले में कई लोग जख्मी हो गए. एक पुलिसकर्मी भी इस हमले में शिकार बन गया.
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पत्थरबाजी की घटना में लाल दरवाजा ओपी का एक होमगार्ड जवान और मरीज का खाना लेकर आ रहे मोगल बाजार निवासी दंपति स्कूटी सवार राहुल कुमार और उनकी पत्नी सोनी देवी पत्थर लगने से घायल हो गए. बगल में सीवरेज का काम कर रहे मजदूर भी अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर छिप गए. युवक के उत्पात मचाए जाने की सूचना फौरन पुलिस को दी गयी. सूचना मिलने पर कोतवाली थाना से चार गाड़ी पुलिस पहुंची और काफी मशक्कत के बाद युवक को बांधकर काबू में किया. इसके बाद युवक को कोतवाली पुलिस अपने साथ ले गई.
हमला करने वाला युवक मानसिक विक्षिप्त है. उसकी अभी तक कोई पहचान नहीं हो पाई है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात में अचानक गोयंका अस्पताल के सामने वह विक्षिप्त युवक पत्थरबाजी करने लगा. बता दें कि सहरसा जिले में भी पिछले दिनों ऐसा ही कुछ वाक्या हुआ जब राह चलते लोगों पर एक सिरफिरे ने दबिये से हमला करना शुरू कर दिया. जो भी उसके सामने मिलता वो उसके सिर पर दबिये से हमला कर देता. जिसे कुछ युवकों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा था.