Sarkari Naukri Bihar: बिहार में बड़े पैमाने पर लाइब्रेरियन की बहाली होने वाली है. ये बहाली नव उत्क्रमित उच्च विद्यालय (प्लस टू) से लेकर महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में की जाएगी. सूबे के शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर ने ये जानकारी मंगलवार को विधानसभा में दी है. बता दें कि 14 साल से बिहार में पुस्तकालयाध्यक्षों की बहाली (Librarian Vacancy In Bihar) नहीं हुई है. शिक्षा मंत्री की इस घोषणा के बाद अब लाइब्रेरियन बनने को इच्छुक अभ्यर्थियों की आस जगी है.
बिहार विधानसभा में मंगलवार को सूबे में करीब डेढ़ दशक से लाइब्रेरियन पद पर बहाली नहीं होने का मुद्दा उठा. भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने 14 साल से बहानी नहीं होने का मुद्दा उठाया तो शिक्षा मंत्री ने प्रश्नोत्तरकाल के दौरान सदन को इसपर अपना जवाब दिया.
भाजपा विधायक ने कहा कि 20 हजार से अधिक पद सूबे में खाली हैं और करीब 50 हजार अभ्यर्थियों को इसका इंतजार है. जिसपर शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजभवन में पुस्तकालायाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए नियम-परिनियम बनेगा और इसे तैयार करने का आग्रह राजभवन सचिवालय से किया जा चुका है.
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बताया गया कि राजभवन से परिनियम बनते ही विश्विद्यालयों और महाविद्यालयों में लाइब्रेरियन की नियुक्ति शुरू हो जाएगी. जबकि स्कूलों में ये नियोजन शिक्षक नियुक्ति के नए चरण के तहत हो जाएगा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, करीब 2800 पदों के विरुद्ध अभी केवल 893 लाइब्रेरियन ही नियुक्त हैं.
बता दें कि बिहार में पिछले साल ही लाइब्रेरियन की नियुक्ति प्रक्रिया की सुगबुगाहट तेज हुई थी. शिक्षा विभाग ने पुस्तकालयाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए नयी नियमावली तैयार की थी और सभी जिलों से रिक्तियों की जानकारी मांगी थी. अभी स्कूलों में लाइब्रेरियन का काम गैर प्रशिक्षित लोगों के ही जरिए किसी तरह चलाया जा रहा है. लेकिन अब बहाली की मांग तेज हो गयी है. वहीं सरकार की ओर से भी अब इस तरफ प्रयास तेज किए जा रहे हैं.
Published By: Thakur Shaktilochan