चैत्री नवरात्र (Chaitra Navratri) के महाअष्टमी पर बिहार में प्रमुख शक्तिपीठ थावे मां सिंहासनी के दरबार में भक्तों की भारी भीड़ है. सुबह तीन बजे से ही भक्त माता के दर्शन के लिए फूल-माला, नारियल, चुनरी, पेड़ा आदि लेकर लाइन में लगे है. भक्तों की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा खास इंतजाम किया गया है. माता के दरबार में केवल बिहार के ही नहीं बल्कि झारखंड, यूपी और नेपाल से भी भक्तों का जत्था पहुंचा हुआ है. भक्त चाहे तो घर बैठे भी https://www.thawemandir.org/live-darshan.php पर माता का लाइव दर्शन कर सकते हैं.
मां सिंहासनी के दरबार में बुधवार की आधी रात को महानिशा पूजा होगी. मंदिर के मुख्य पुजारी पं सुरेश पांडेय, पं संजय पांडेय, पं राजन पांडेय, पं सुरेश पांडेय मंदिर प्रशासन की तरफ से वैदिक मंत्रों के साथ रात 12 बजे पूजा शुरू होगी. पहली बलि हथुआ राज की ओर से देने की तैयारी है. महानिशा पूजा के साथ ही मां को बलि देने और हवन का सिलसिला भी शुरू हो जायेगा. महानिशा पूजा के साथ ही मां के दर्शन के लिए मंदिर का पट खोल दिया जायेगा.
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मंदिर परिसर में हवन कुंड का अस्थायी निर्माण कार्य शुरू हो गया है. महानिशापूजा के साथ ही थावे में हवन का कार्य भी आधी रात से शुरू हो जायेगा. भक्तों के संभावित सैलाब को देखते हुए मेडिकल टीम 24 घंटे मुस्तैदी से काम करने लगा है. एक एंबुलेंस भी तैनात की गयी है.ताकि इमरजेंसी होने पर तत्काल इलाज हो सके.
चैत्र नवरात्रि में दुर्गा अष्टमी और महानवमी पर कन्या पूजा की जायेगी. 29 मार्च को दुर्गा अष्टमी के दिन प्रात:काल से ही शोभन योग बना है. रवि योग रात 08:07 बजे से अगले दिन प्रात:काल तक है. इस दिन का राहुकाल दोपहर 12:26 बजे से दोपहर 01:59 बजे तक है. ऐसे में राहुकाल पूर्व तक कन्या पूजा कर सकते हैं. इस दिन सुबह में लाभ-उन्नति मुहूर्त 06:15 से 07:48 बजे, अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त 07:48 से 09:21 बजे और शुभ-उत्तम मुहूर्त 10:53 से 12:26 बजे तक है. ये समय भी शुभ हैं.