बरेली : दरगाह आला हजरत के उलमाओं ने मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र में तरावीह नमाज के दौरान हिंदू संगठनों के विरोध पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि कुछ खुराफाती तत्व रमजान में बरेली और उत्तर प्रदेश में माहौल खराब करने की बार कोशिश कर रहे हैं. पुलिस और प्रशासन को ऐसे खुराफातियों से सख्ती से निपटना चाहिए. जिससे प्रदेश की कानून व्यवस्था न बिगड़ सके. दरगाह आला हज़रत पर स्थित ताजुश्शरिया में उलमाओं की एक बैठक हुई. बैठक में उलमा ने कहा कि कुछ शरारती तत्व रमजान के पवित्र महीने में घर पर परिवार के साथ इबादत करने वाले मुसलमानों को परेशान कर रहे हैं. इससे मस्जिदों के इमाम और मुसलमानों में काफी गुस्सा है.
यह घटना पिछले दिनों में कई हो चुकीं हैं. जमात रज़ा-ए- मुस्तफ़ा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान (सलमान मिया) ने कहा कि रमजान शरीफ में लोग घरों में परिवार के साथ इबादत करते हैं और देर रात तक नमाज़ पढ़ते हैं. इसके साथ ही क़ुरान शरीफ की तिलावत करते हैं. वह रोजा रखकर अमन (शांति) के साथ अपने रब को राज़ी करते हैं. मगर शरारती तत्व मौके का फायदा उठाकर उत्तर प्रदेश की शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश में हैं. काफी लोगों ने सुन्नी मरकज़ (बरेली शरीफ) में आकर शिकायत की है. इससे लोगों में काफी गुस्सा है. उन्होंने पिछले दिनों मुरादाबाद के कटघर में तरावीह नमाज के दौरान हुई घटना का भी जिक्र किया. बोले, हिन्दू संगठन के लोगों ने इकठ्ठा होकर ज़ाकिर हुसैन के परिजन और रिश्तेदारों को परेशान किया गया.
इसी तरह की घटना भोजीपुरा में भी घटित हुई है. कुछ शरारती तत्व इकठ्ठा होकर लोगो को प्रताड़ित कर रहे हैं. इसके साथ ही मुसलमानों को इबादत करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं. यह मामला पुलिस में पहुंचा. इसके बाद पुलिस पर भी प्रताड़ित कर पीड़ित को ही परेशान किया गया. उनकी कोई मदद नहीं की. सलमान मिया ने बरेली जोन के उच्च अधिकारीयों से आग्रह कर ऐसी घटनाओं को संज्ञान में लेकर जोन के सभी थानों को हिदायत देने की बात कही. उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए. जिससे प्रदेश की कानून व्यवस्था बनी रहे. इशा और तरावीह नमाज के वक्त कुछ शरारती तत्व शराब भट्टी के पास इकठ्ठा होते हैं. यह नमाजियों पर फब्तियां कसते हैं. इससे भी लोगों को दुविधा आ रही है. इस पर लगाम लगाने की मांग की. जिससे मुसलमान सुकून के साथ रमजान में अपने घर और मस्जिदों में इबादत कर सकें. बैठक में मौजूद मौलाना शम्स, मौलाना मोईन बरकाती, मौलाना आबिद अज़हरी, क़ारी मुर्तज़ा अज़हरी, मौलाना ज़ाहिद, मौलाना निज़ामुद्दीन, हाफिज इकराम, डॉ. मेहँदी, मोईन खान, नावेद अज़हरी,दन्नी अंसारी आदि लोग मौजूद थे.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली
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