मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बिहार में इस वर्ष लू सामान्य से अधिक रहेगी. इस कारण आपदा प्रबंधन विभाग ने जिलों में गर्म हवाएं और लू से बचाव के लिए जिला स्तर पर डैशबोर्ड से निगरानी करने को कहा है. वहीं, लोगों तक एसएमएस के द्वारा लू की जानकारी भेजने की व्यवस्था की जाये, ताकि लोग गर्मी की तपिश से अवगत रहें और लू की चपेट में नहीं आये. विभाग के दिशा-निर्देश के बाद जिला स्तर पर इसकी तैयारी तेज कर दी गयी है और जिला व प्रखंड स्तर पर हर जगह नोडल पदाधिकारी को नामित किया गया है, जो लोगों तक हिट वेब के संबंध में जानकारी पहुंचायेंगे.
कलर कोडिंग की होगी व्यवस्था
शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक जगहों पर पिआऊ की व्यवस्था सुनिश्चित होगी. इन स्थानों पर गर्म हवाओं, लू से बचाव से संबंधित सूचनाओं एवं अलर्ट को कलर कोडिंग के साथ प्रदर्शित करने का निर्णय लिया गया, ताकि आम लोगों को गर्मी के संबंध में समझने में दिक्कत नहीं हो. वहीं, आश्रय स्थलों में सभी सुविधाएं दी जाए.
अस्पतालों में रहे सभी दवाइयां, चलंत चिकित्सा दल की हो व्यवस्था
सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल, सदर व अनुमंडल अस्पताल सहित मेडिकल कॉलेजों में लू की चपेट में आने वाले लोगों के इलाज की समुचित व्यवस्था की जाये. सभी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पैकेट, आइवी फ्लूड एवं जीवन रक्षक दवा रहे. वहीं, आवश्यकता अनुसार अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड की पूरी व्यवस्था कर ली जाए. साथ ही, चलंत चिकित्सा दल भी जिलों में भ्रमण करें.
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ऐसे लोगों को दी जायेगी जानकारी
गर्म हवाएं, लू से बचाव के उपाय से संबंधित जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए मीडिया की मदद ली जायेगी. वहीं लू से बचाव के उपाय से संबंधित जिंगल को भी राज्य के एफएम, आकाशवाणी, रेडियाे, फेसबुक, वाट्सएप, ट्विटर के द्वारा प्रसारित किया जायेगा.