हुगली जिले के रिसड़ा में धार्मिक जुलूस पर रविवार को पथराव के बाद भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. सोमवार को सुरक्षा कर्मियों की भारी तैनाती के बावजूद देर रात रिसड़ा स्टेशन के पास जमकर बवाल हो गया. दो गुट आमने-सामने आ गये. पथराव के साथ ही कई वाहनों में आग लगा दी गयी. बम भी फेंके गये. गोली चलने की भी खबर है. देर रात तक पुलिस हालात को काबू में करने के लिए जद्दोजहद कर रही थी. लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर पुलिस हालात को काबू में करने में जुटी हुई थी. खबर लिखे जाने तक बवाल थमा नहीं था. रेलवे ने हालात को देखते हुए रात 10 बजे के बाद हावड़ा-बर्दवान मेन लाइन में ट्रेन सेवा स्थगित कर दी. इससे जगह-जगह ट्रेनें खड़ी हो गयीं.
उधर, हिंसा प्रभावित हुगली जिले के कुछ इलाकों में सोमवार को निषेधाज्ञा जारी रही एवं इंटरनेट सेवाएं रातभर बंद रहीं. पुलिस ने सोमवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को रिसड़ा में प्रवेश करने से रोक दिया. पुलिस ने कहा कि हुगली जिले के रिसड़ा और श्रीरामपुर इलाकों में जहां रविवार को रामनवमी के जुलूस के दौरान हिंसक झड़पें हुईं थीं, स्थिति सोमवार को दिन में शांतिपूर्ण और नियंत्रण में थी. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को रिसड़ा जाने से रोकने पर भाजपा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया जतायी गयी और उसने क्षेत्र में केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती की मांग की.
भाजपा नेता ने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे अपने घायल पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने नहीं दिया जा रहा है. पुलिस निषेधाज्ञा का हवाला दे रही है. पुलिस कम से कम महतो और मुझे प्रवेश करने की अनुमति दे सकती है. पुलिस मुझे अनुमति नहीं देना चाहती क्योंकि वे सच्चाई को छिपाना चाहते हैं.’ मजूमदार भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो के साथ थे. मजूमदार ने केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती की मांग की. महतो की पुलिसकर्मियों से तीखी नोकझोंक भी हुई.
Also Read: राजू झा की हत्या में अब्दुल लतीफ के सामने आने से CBI हरकत में आई! चार अधिकारियों को भेजा नोटिस
उधर, चंदननगर कमिश्नरेट पुलिस ने रविवार को रिसड़ा में दो गुटों के झड़प के मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. सोमवार की रात तक इंटरनेट सेवा बंद रहने के आसार है. इलाके में अब भी तनाव व्याप्त है. पुलिस की ओर से माइकिंग कर लोगों को घरों से बाहर निकलने से मना किया जा रहा है. जीटी रोड पर दो जगह बैरिकेड लगाये गये हैं. श्रीरामपुर में महेश इलाके में तथा कोन्ननगर के निकट बैरिकेड लगा कर वाहनों की तलाशी ली जा रही है. पुलिस की गश्त जारी है. रैफ के जवान तैनात हैं.
स्थानीय लोगों ने इस तरह की पुलिस कार्रवाई का स्वागत किया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि रामनवमी के जुलूस में बाहरी लोग शामिल थे. यही लोग हिंसा भड़का कर भाग निकले. रिसड़ा में दंगे का कोई इतिहास नहीं है. उल्लेखनीय है कि रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष के नेतृत्व में रामनवमी जुलूस का आयोजन किया गया था. रिसड़ा के वेलिंगटन जूट मिल के सामने रैली पहुंचने पर पथराव की घटना हुई. घटना में कई लोग घायल हो गये. घायलों में एक की स्थिति काफी नाजुक है.