Gorakhpur: उत्तर प्रदेश में गोरखपुर चिड़ियाघर के लिए चेन्नई के अरिगनर अन्ना जूलॉजिकल पार्क से कानपुर प्राणी उद्यान की टीम द्वारा रिटीकुलेटेड पाइथन (अजगर) लाया जा रहा था. उन्हें लाते समय रास्ते में गर्मी के कारण दोनों को हिट स्ट्रोक हो गया. उपचार के दौरान कानपुर चिड़ियाघर में दोनों की मौत हो गई. कानपुर चिड़ियाघर में चिकित्सकों ने उपचार कर उन्हें बचाने की काफी कोशिश की थी. लेकिन वो लोग दोनों अजगर को बचाने में असफल रहे. बताया जा रहा है कि कानपुर चिड़ियाघर के लिए 10 अप्रैल को चेन्नई के अरिगनर अन्ना जूलॉजिकल पार्क से वन्यजीवों के साथ रिटीकुलेटेड पाइथन (अजगर) भी लाया जा रहा था. रास्ते में ट्रक पलटने की वजह से गाड़ियों की लंबी जाम लग गया था. जिससे लगभग 2 घंटे तक वन्यजीवों को ला रहे वाहनों को खड़ा होना पड़ा. गर्मी अधिक होने के कारण हिट स्ट्रोक से उनकी तबीयत बिगड़ गई. रिटीकुलेटेड पाइथन का इलाज कानपुर चिड़ियाघर में डॉक्टरों की टीम द्वारा किया गया लेकिन वह असफल रहा.
गोरखपुर चिड़ियाघर के पशु चिकित्सक डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि गोरखपुर चिड़ियाघर के लिए दुबारा नए सिरे से रिटीकुलेटेड पाइथन लाने की तैयारी शुरू हो गई है. जल्द ही इन्हें गोरखपुर चिड़ियाघर में लाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस बार रिटीकुलेटेड पाइथन को वातानुकूलित वाहन से लाया जाएगा ताकि किसी प्रकार की कोई नुकसान ना हो. डॉ योगेश ने बताया कि 2400 किलोमीटर की लंबी दूरी तय करने के कारण भी उनकी तबीयत पर असर पड़ा है. उन्होंने बताया कि मृत दोनो रिटीकुलेटेड पाइथन लगभग 20– 20 किलो के थें और उनकी लंबाई 12 फिट थी. उन्होंने आगे बताया कि जल्दी ही रिटीकुलेटेड पाइथन गोरखपुर चिड़ियाघर में आ जाएंगे. जिसके बाद चिड़ियाघर में आने वाले दर्शक उन्हें देख पाएंगे.
रिपोर्ट– कुमार प्रदीप, गोरखपुर
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