पटना. भोजपुरी एक्टर-सिंगर पवन सिंह ने आरा के सासंद व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह की टेंशन बढ़ा दी है. शुक्रवार को एक समाचार चैनल से बात करते हुए पवन सिंह ने दावा किया कि वो आरा से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है. केंद्रीय मंत्री के लिए टेंशन की बात ये है कि पवन सिंह ने भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का इशारा किया है. भोजपुरी अभिनेता ने कहा कि मैं बीजेपी पार्टी का कार्यकर्ता हूं, सेवक हूं औऱ सिपाही हूं. ऐसे में यह चर्चा शुरू हो गयी है कि क्या अगले लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री आरके सिंह का पत्ता कटने वाला है. भाजपा आरा लोकसभा क्षेत्र से सांसद आरके सिंह को तीसरी बार टिकट नहीं देने जा रही है.
भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर आरा से चुनाव लड़ने के सवाल पर पवन सिंह कहा कि हां, बिल्कुल तैयार हूं. जरूर लड़ेंगे, आदेश सिर्फ मिलना चाहिये. मेरी ओर से पूरी तैयारी है. पवन सिंह ने कहा कि उन्हें बस नरेंद्र मोदी जी के आदेश का इंतजार है. हमारे देश के राजा नरेंद्र मोदी इंसान के रूप में हमारे लिए भगवान हैं. लोग देख रहे हैं कि उनके कारण कितना विकास हुआ है. मेरा सौभाग्य है कि मैं इस पार्टी का छोटा सा कार्यकर्ता हूं. सब लोग के लिए ये सौभाग्य है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.
पवन सिंह ने कहा कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से भाजपा में जाकर सांसद बने रवि किशन और मनोज तिवारी मेरे बड़े भाई हैं. मेरे परम मित्र और भाई दिनेश लाल यादव निरहुआ भी भाजपा से सांसद हैं. चुनाव जीतने के बाद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने एक इंटरव्यू में कहा था कि हम तीन भाई आ गये, अब चौथा हमारे भाई पवन सिंह की बारी है. तब आनंद आयेगा. इसके बाद से ही राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा हो रही है कि पवन सिंह भाजपा ज्वाइंन कर सकते हैं और भाजपा उन्हें लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बना सकती है.
दो दिन पहले ही पवन सिंह ने भाजपा नेताओं के साथ अपनी तस्वीरें ट्विट की थी. उन्होंने दिल्ली में भाजपा बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल से मुलाकात की थी. इसके अलावा वे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी मिले थे. पवन सिंह ने खुद उनके साथ तस्वीरों को शेयर कर कहा था कि उन्होंने इन नेताओं से मुलाकात की है और उनका आशीर्वाद प्राप्त उन्हें प्राप्त हुआ है. वैसे पवन सिंह ने इस संबंध में कहा कि हमने भाजपा नेताओं से सिर्फ एक शिष्टाचार मुलाकात की है, बाकी आगे जो पार्टी का आदेश होगा, उसका जरूर पालन किया जायेगा.