Patna Airport: पटना एयरपोर्ट पर नया एटीसी टावर बन कर तैयार हो गया है. अत्याधुनिक कम्युनिकेशन, सर्विलांस और नेविगेशन उपकरणों से लैस इस एटीसी टावर के इस्तेमाल से पटना एयरपोर्ट पर दो विमानों के उड़ने और उतरने के बीच का गैप घट कर चारपांच मिनट के बजाय महज दो मिनट रह जायेगा. नये एयरपोर्ट टर्मिनल (Airport Terminal) चालू होने के बाद विमान परिचालन की यह बढ़ी क्षमता बेहद उपयोगी साबित होगी. अगले तीन-चार वर्षों में पटना एयरपोर्ट पर फ्लाइटों की संख्या बढ़कर 200 तक पहुंच जायेगी, तब पीक आवर में एयर ट्रैफिक इतना बढ़ जायेगा कि दो-तीन मिनट के अंतराल पर विमानों के उड़ाने या उतारने की जरुरत पड़ेगी. वर्तमान में नये एटीसी टावर में ग्लास लगाने का काम चल रहा है, जिसे 30 अप्रैल तक पूरा कर लिया जायेगा. उसके बाद इसकी कमीशनिंग के लिए डीजीसीए से आग्रह किया जायेगा अगले माह मध्य तक कमीशनिंग होने की संभावना है.
नया एटीसी टावर 25 मीटर ऊंचा है, जबकि वर्तमान एटीसी टावर 18 मीटर ही ऊंचा है. साथ ही नये टावर की लंबाई, चौड़ाई और कुल क्षेत्रफल भी वर्तमान एटीसी से लगभग चार गुना अधिक है. इसमें ऊपरी मंजिल पर विमानों के लैंडिंग और टेकऑफ को नियंत्रित करने के लिए वाच एंड कंट्रोल टावर, जबकि नीचे के मंजिलोंं पर रेस्ट रूम बने हैं, जहां कुछ घंटे की डयूटी के बाद एटीसी के अधिकारियों को आराम का मौका मिलेगा.
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नये एटीसी टावर के साथ बन रहे टेक्निकल ब्लॉक का निर्माण भी पूरा हो चुका है. इस चार मंजिले भवन में कम्यूुनिकेशन नेवीगेशन और सर्विलांस सीएनएस से जुड़े अधिकारियों के दफ्तर होंगे और जरूरी अत्याधुनिक उपकरण लगे होंगे. इसका कनेक्शन ऊपर वाच टावर से भी होगा, जिससे वहां बैठे अधिकारियों को हर तरह की जरूरी सूचनाएं तुरंत मिलती रहेंगी और बेहद कम अंतराल पर विमानों की सुरक्षित लैंडिंग और टैकऑफ संभव हो सकेगी.