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यूपी निकाय चुनाव: सीएम योगी की कमल खिलाने की तैयारी, जानें 2017 में कितनी सीटों पर भाजपा ने फहराया था परचम

यूपी निकाय चुनाव: भाजपा निकाय चुनाव में जीत के जरिए लोकसभा चुनाव 2024 की मजबूत बुनियाद तैयार करना चाहती है. प्रदेश में नगर निगम में भाजपा के लगभग 596, बसपा के 147, सपा के 202 व 225 निर्दलीय पार्षद हैं. नगर पालिका की स्थिति देखें तो भाजपा के लगभग 70 चेयरमैन और 923 पार्षद हैं.

UP Nagar Nikay Chunav: प्रदेश में निकाय चुनाव की घोषणा के साथ ही सियासी पारा गरम हो गया है. हालांकि भाजपा सहित विपक्षी दल इसके लिए पहले से ही तैयारियों में जुटे हैं. लेकिन, अब तारीखों के ऐलान के साथ मेयर से लेकर नगर पालिका चेयरमैन और हर पार्षद सीट को लेकर सियासी संग्राम तेज होता नजर आएगा.

निकाय चुनाव में खिलाना है कमल फिर लोकसभा की तैयारी

निकाय चुनाव का बिगुल बजने के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हमें पहले निकाय और फिर लोकसभा चुनाव में कमल ही कमल खिलाना है. इसके लिए रणनीति बननी अभी से प्रारंभ हो जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अब तक तीन लोक सभा और नौ विधानसभा सीटों पर जीत के बाद नगर निगम नगर पालिका और नगर पंचायतों की सीट भी भाजपा की झोली में आए, इसके लिए हमें रणनीति बनानी होगी. हमें संकल्प लेना होगा कि कमल निशान जिसके पास होगा, वह हर एक नागरिक का उम्मीदवार होगा.

यूपी निकाय चुनाव में इसलिए जीत है जरूरी

दरअसल भाजपा निकाय चुनाव में जीत के जरिए लोकसभा चुनाव 2024 की मजबूत बुनियाद तैयार करना चाहती है. प्रदेश में 80 लोकसभा सीट होने के कारण पार्टी रणनीतिकारों का फोकस उत्तर प्रदेश है. ​जिस तरह से यूपी में इतिहास कायम करते हुए भाजपा ने विधानसभा चुनाव में दोबारा जीत दर्ज सरकार बनाई है, उससे पार्टी को उम्मीद है कि मिशन 2024 में यूपी उसकी जीत का सबसे मजबूत आधार बनेगा. इसके​ लिए​ यूपी निकाय चुनाव 2023 को पार्टी बेहद गंभीरता से ले रही है. पार्टी रणनीतिकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव से पहले शहरों में भाजपा की दमदार मौजूदगी होना जरूरी है, इसलिए निकाय चुनाव में 2017 से भी अच्छा प्रदर्शन करने की तैयारी है.

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यूपी निकाय चुनाव का कार्यक्रम जारी

राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने प्रदेश 762 में से 760 नगरीय निकायों में होने वाले चुनाव का कार्यक्रम जारी किया है. इसके साथ ही प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में आचार संहिता लागू हो गई. प्रदेश में 17 नगर निगम, 199 नगर पालिका परिषद और 544 नगर पंचायतों सहित कुल 760 नगरीय निकायों में चुनाव होगा. नगर निगम के महापौर और पार्षद का चुनाव इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से होगा, जबकि नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों में अध्यक्ष व सभासद का चुनाव मतपत्र से होगा.

2017 में भाजपा ने दर्ज की थी धमाकेदार जीत

उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 में निकाय चुनाव की बात करें तो तब नगर निगम की 16 सीटें थीं. इनमें से 14 पर भाजपा ने कब्जा जमाया था, जबकि मेरठ और अलीगढ़ में बसपा ने जीत हासिल की थी. इस बार भाजपा सभी 17 सीटों पर जीत के लिए तैयारी कर रही है. प्रदेश में नगर निगम में भाजपा के लगभग 596, बसपा के 147, सपा के 202 व 225 निर्दलीय पार्षद हैं. नगर पालिका की स्थिति देखें तो भाजपा के लगभग 70 चेयरमैन और 923 पार्षद हैं. विपक्ष संख्याबल के लिहाज से भाजपा से काफी पीछे है. नगर पंचायत में100 चेयरमैन और 664 सदस्य भाजपा के हैं. यहां भी विपक्ष कमजोर है. अब निकाय चुनाव का बिगुल बजने के बाद भाजपा इस अंतर को और बढ़ाने की कोशिश में है तो विपक्ष समीकरण बदलने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहा है.

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