भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने एक विवादित बयान दिया है. टुडू ने सिविल सर्विसेज की परीक्षा यानी यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) के जरिये सेवा में आये अधिकारियों को ‘डकैत’ करार दे दिया है. ओडिशा के भाजपा नेता के इस बयान के बाद से राजनीति में उबाल आ गया है. ओडिशा के मयूरभंज से भाजपा नेता ने यह बयान बालासोर जिले के बलियापाल स्थित एक सरकारी स्कूल में दिया.
ओडिशा में बलियापाल स्थित सरकारी स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने कहा कि ‘मुर्गी चोर’ को भी कानून सजा देता है. लेकिन, एक अधिकारी, जो खनन माफिया बन जाता है, उसे कोई छू भी नहीं सकता, क्योंकि सिस्टम उसको सुरक्षा प्रदान करता है. आदिवासी मामलों के राज्यमंत्री सह जल शक्ति मंत्री श्री टुडू स्कूल के कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
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कार्यक्रम के बाद एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें उन्हें यह कहते सुना जा रहा है कि यूपीएससी के जरिये नियुक्त किये गये कई अधिकारी ‘डकैत’ हैं. हालांकि, प्रभात खबर इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें लगता था कि यूपीएससी के जरिये जिन अधिकारियों की भर्ती होती है, उनका ज्ञान उच्च स्तर का होता है. इसलिए हमेशा उच्च पदों पर आसीन होते हैं. लेकिन, अब मेरी धारणा बदल चुकी है.
श्री टुडू ने कहा कि अब मुझे लगता है कि वहां से पास करने वाले अधिकांश लोग डकैत हैं. मैं यह नहीं कहता कि 100 में 100 अधिकारी ऐसे हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश ऐसे ही हैं. बता दें कि यूपीएससी एक स्वायत्त संस्था है, जो टॉप गवर्नमेंट ऑफिसर्स की नियुक्ति करता है. श्री टुडू ने सवाल किया कि इन शिक्षित अधिकारियों के होते हुए, हमारे देश में इतना भ्रष्टाचार और अन्याय क्यों है.