गुमला, दुर्जय पासवान :
गुमला के बिशुनपुर प्रखंड में एक वर्ष बाद फिर से नक्सलियों ने अपनी दस्तक दी है. दरअसल, नक्सलियों ने टेमरकरचा गांव में सड़क निर्माण में लगे दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और वहां पर कार्यरत मजदूरों को जमकर पीटा. साथ ही मुंशी को पर्चा सौंपते हुए सड़क का काम बंद रखने की धमकी दी. नक्सलियों की इस धमकी के बाद से जमटी से टेमरकरचा तक करोड़ों रुपये की लागत से बन रही सड़क का काम बंद हो गया है.
घटना सोमवार दिन के चार बजे की है. सूचना मिलने के बाद एएसपी मनीष कुमार, सीआरपीएफ 158 बटालियन व बिशुनपुर पुलिस टेमरकरचा गांव पहुंची और घटना की पूरी जानकारी ली. नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. इधर, इस घटना के बाद इलाके में एक बार फिर दहशत बन गया है. बताया जा रहा है कि आधा दर्जन नक्सली अचानक काम चल रहे स्थान पर आ धमके. उनलोगों ने अपने को भाकपा माओवादी का सदस्य बताकर घटना को अंजाम दिया. साथ ही संगठन के नाम से परचा भी छोड़ा है.
सोमवार दिन के लगभग 4:00 बजे छोटे हथियार से लैस सामान्य ड्रेस में लगभग आधा दर्जन नक्सली टेमरकरचा जंगल पहुंचे. जहां पर जमटी से टेमरकरचा तक सड़क निर्माण कर रहे शौर्य कंस्ट्रक्शन के साइड में पहुंचे. इसके बाद सभी मजदूरों के मोबाइल को छीनकर उनके साथ मारपीट की. नक्सली अपने साथ पेट्रोल भी लेकर आये थे. जिसे छिड़ककर वहां पर मौजूद एलएनटी रोलर मशीन एवं पेवर मशीन में आग लगा दी. इससे मशीन धू-धू कर जलने लगी.
रोलर में आग लगाने के पश्चात मौके पर वहां खड़े वाहनों में भी आग लगाने का प्रयास किया गया. तभी बिशुनपुर थाना प्रभारी कुंदन कुमार को घटना की जानकारी मिली. इसके बाद वे तत्काल दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस की आने की सूचना पाकर नक्सली भाग खड़े हुए. घटनास्थल पहुंचने के बाद पुलिस द्वारा वाहनों में लगी आग को पूरी तरह से बुझा दिया गया. जिससे अन्य वाहन सुरक्षित बच गये.
आगजनी के दौरान नक्सलियों ने मजदूरों से मारपीट करते हुए कहा कि सड़क निर्माण में लगे शौर्य कंस्ट्रक्शन घटिया क्वालिटी से सड़क निर्माण कर रही है. इससे पूर्व में भी गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण करने की बात कही गयी थी. परंतु कंस्ट्रक्शन कंपनी सिर्फ इस क्षेत्र में लूटने का काम कर रही है. जिस कारण यह घटना को अंजाम दिया जा रहा है. मौके पर उपस्थित कुछ चालकों ने कहा कि वे लोग पैसे की भी बात कर रहे थे.
इससे पहले सात जनवरी 2022 को भी नक्सलियों ने बिशुनपुर प्रखंड के कुजामपाठ माइंस में 27 वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. इसके बाद नक्सली शांत हो गये थे. इधर, पुन: एक साल बाद नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया है. आगजनी जैसी घटना को अंजाम देने के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों ने बताया कि यह क्षेत्र बहुत शांत हो गया था. काफी दिनों से नक्सली गतिविधि नहीं हो रही थी. लेकिन इस घटना के बाद फिर से इलाके में दशहत का माहौल व्याप्त हो गया है.
आगजनी घटना को अंजाम देते समय नक्सलियों ने मौके पर सड़क निर्माण का कार्य करा रहे मुंशी रामप्रवेश साहू को एक पर्चा. हालांकि उस पर्चे में क्या लिखा हुआ है. यह पता नहीं चला है. रामप्रवेश से संपर्क करने का प्रयास किया गया. परंतु उनसे संपर्क नहीं हो पायी.
बिशुनपुर के टेमरकरचा में विकास कार्य में लगे दो वाहनों पर उग्रवादियों द्वारा आग लगाने का प्रयास किया गया. उक्त सूचना का सत्यापन एवं कार्रवाई हेतु एएसपी के नेतृत्व में थाना प्रभारी बिशुनपुर, 158 बटालियन सीआरपीएफ एवं सशस्त्र बलों द्वारा उक्त क्षेत्रों में सघन छापामारी अभियान चलाया जा रहा है.
डॉ एहतेशाम वकारीब, एसपी, गुमला