भाजपा कार्यकर्ता आज रांची के प्रोजेक्ट बिल्डिंग स्थित सचिवालय का घेराव करने पहुंच गये हैं. इसको लेकर धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में कार्यकर्ताओं का जुटान हुआ है. सचिवालय घेराव को लेकर पार्टी ने करीब तीन लाख कार्यकर्तओं के जुटने की उम्मीद जतायी है. इधर, घेराव को लेकर पुलिस और प्रशासन की भी सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था है.
प्रभात तारा मैदान में भारी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता मौजूद हैं. बता दें कि बीजेपी कार्यकर्ता अपनी विभिन्न मांगों को लेकर यह घेराव करने पहुंचे हैं. भ्रष्टाचार और नियोजन नीति को लेकर प्रदर्शन किया गया है.
प्रभात तारा मैदान में बीजेपी के कार्यकर्ता सहित कई आला नेता मौजूद हैं. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व सीएम रघुवर दास, कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी, दीपक प्रकाश, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा सहित कई नेता, मंत्रीगण उपस्थित है.
प्रभात तारा मैदान में धीरे-धीरे भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा बढ़ गया है. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि सचिवालय घेराव में लाठी – गोली सबकुछ खाने के लिए तैयार हैं.
झारखंड सचिवालय घेराव और प्रदेश बीजेपी के धरना-प्रदर्शन को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है. रांची की ओर से शहर के कुछ इलाकों में धारा 144 लागू किया गया है. धुर्वा गोलचक्कर से प्रोजेक्ट भवन से चांदनी चौक, हटिया को जोड़ने वाली सड़क और इस सड़क के 200 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा जारी किया गया है. यह निषेधाज्ञा आज यानी 11 अप्रैल के सुबह 08.00 बजे शुरू हो गई है, जो रात के करीब 11.30 बजे तक के लिए लागू रहेगा.
इधर, भारतीय जानता पार्टी के कार्यकर्ता जो बढ़ी संख्या में बसों में बैठ कर सचिवालय घेराव के लिए रांची आने के कम्र में बसों के कागजातों की चेकिंग के नाम पर छत्तरपुर थाना, पड़वा थाना, सदर थाना मदीनिनगर, शाहपुर थाना क्षेत्र मैं जबरन रोका गया. कुछ बसों से कार्यकर्ताओं को उतार कर गाड़ी को छत्तरपुर थाना सदर थाना एवं सत्बरवा थाना में लाकर खड़ा किया गया और जान बूझकर कार्यकर्ताओं को समय से पहुंचने में विलंब के उद्देश्य से व्यवधान पैदा किया गया.
प्रभात तारा मैदान पहुंच कर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जेएमएम इतनी डरी हुई है कि हमारे कार्यकताओं को जगह-जगह रोका जा रहा है. लेकिन समय पर सभी कार्यकर्ता आ जाएंगे. धारा 144 लगाये जाने के सवाल पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह धारा सिर्फ 144 लोगों पर लागू हुई है, बाकी हमारी भीड़ हज़ारों की संख्या में होगी. हम इसके दायरे में नहीं आने वाले हैं