वाराणसी : उत्तर प्रदेश के काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सर सुंदरलाल चिकित्सालय के डॉक्टरों ने सोमवार को ऑपरेशन कर 14 दिन के बच्चे के पेट से 3 भ्रूण बाहर निकाले हैं. सात डॉक्टरों की टीम को तीन घंटे की आपरेशन के बाद यह सफलता मिली. डॉक्टरों के मुताबिक बच्चे का जन्म के समय वजन 3.3 किलोग्राम था, लेकिन ऑपरेशन के बाद अब उसका वजन 2.8 किलोग्राम हो गया है. बातचीत में बीएचयू के डॉ. शेत कच्छप ने बताया कि मऊ जिले के रहने वाले दम्पति अपने 10 दिन के बच्चे को लेकर बीएचयू आए थे. इस बच्चे को सूजन और सांस लेने में दिक्कत के कारण भर्ती किया गया था. बच्चे का जब अल्ट्रासाउंड हुआ तो उसके पेट में भ्रूण का पता चला. उसके बाद सीटी स्कैन के जरिए इस पर मुहर लगी. बच्चे को पीलिया भी था.
तीन दिन ट्रीटमेंट के बाद सोमवार को सर सुंदरलाल अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने बच्चे का ऑपरेशन किया. इस दौरान निकाले गए भ्रूण अलग-अलग अवस्था में पाए गए.डॉ. ग्रीष्मा ने बताया कि ये बीमारी बहुत ही असाधारण है. 5 लाख लोगों में 1 बच्चे में ऐसी समस्या देखी जाती है. बच्चे के पेट मे भ्रूण उसकी मां की प्रेग्नेंसी के दौरान ही आ जाता है, जो कि विकसित नहीं होता है. इतने छोटे बच्चे के पेट में 3 भ्रूण की मौजूदगी के कारण आंते और मूल पित्तवाहिनी दबी थी. इसके कारण आपरेशन करना बहुत ही कठीन था. बच्चा अभी शल्य विभाग के देखरेख में है, और खतरे से बाहर है. इस आपरेशन का खर्च आम तौर पर लाखों में होता है मगर बीएचयू के सर सुंदर लाल चिकित्सालय में यह निशुल्क किया गया है. इस ऑपरेशन में डॉ. रुचिरा के अगुवाई में डॉ. शेत कच्छप, डॉ. चेतन, डॉ. ग्रीष्मा के अलावा एनस्थीसिया डॉ. अमृता, डॉ. आभा और रितिक ने सहयोग किया. आपको बता दें कि बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में निशुल्क में इस बच्चे का ऑपरेशन किया गया है.