पटना के रामकृष्ण नगर थाने के टांसपोर्ट नगर पहाड़ी के पास जकारियापुर (वार्ड संख्या 56) में मंगलवार को भूगर्भ नाले में सफाई करने उतरे दो मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गयी. इनमें एक नाबालिग था. सूचना मिलते ही नमामि गंगा परियोजना का काम करा रही इएमएस कंपनी के अधिकारी पहुंचे और शवों को निकाला. मृतकों में एक 14 वर्षीय रंजन रविदास नंदलाल छपरा का निवासी था, जबकि दूसरा 30 वर्षीय मुन्ना रजक सुल्तानगंज का रहने वाला था. साथ में काम कर रहे अन्य मजदूरों का आरोप है कि यहां काम करा रहे ठेकेदारों द्वारा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा, जिससे आये दिन यहां छोटे-बड़े हादसे होते रहते हैं.
जानकारी के अनुसार, जकिरयापुर में नमामि गंगा के तहत नाला निर्माण चल रहा है. नाला 15 फुट गहरा था. सुबह लगभग 11 बजे नाले में पहले रंजन रविदास घुसा और जब उसका दम घुटने लगा, तब मुन्ना रजक उसको बचाने के लिए अंदर घुसा था और उसका भी दम घुटने लगा. कुछ ही देर बाद दोनों की गतिविधि बंद हो गयी, तब बाहर खड़े उसके अन्य दो सहयोगियों को कमर में रस्सा बांध कर नाले में भेजा गया. इन दोनों ने ने देखा कि रंजन और मुन्ना मौत हो गयी है और नाले से गैस की गंध आ रही है. दोनों ने अंदर से शोर मचाया और दोनों को बाहर निकाला गया. दोनों बाहर आकर अपने दोनों सहयोगियों की मौत की जानकारी दी, तब मौके पर निमार्ण कार्य कर रहे इएमएस कंपनी के अधिकारी दल-बल के साथ पहुंचे और आनन-फानन में बाहर दोनों शवों को बाहर निकाला. इसकी सूचना मिलने पर रामकृष्णा नगर थाने के पदाधिकारी महताब आलम पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे और शवों को एनएमसीएच में पोस्टमार्टम के लिए ले गये.
थानाध्यक्ष जहांगीर आलम ने बताया कि बुडको के तहत नामामि गंगा परियोजना का कार्य चल रहा था. इससे इएमएस कंपनी द्वारा कार्य कराया जा रहा है. मरने वालों के परिजनों को कंपनी के अधिकारी से बात कर पांच पांच लाख रुपये का मुआवजा दिलाया जायेगा. बुधवार को मुआवजे का चेक मिल जायेगा. साथ ही कंपनी के अधिकारियों को सफाई के पूर्व सुरक्षा के तमाम मानक के साथ कार्य करने को कहा गया है.
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पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी महासंघ के प्रधान महासचिव नंद किशोर दास ने मृत दोनों मजदूरों के परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही परिवार के एक-एक सदस्यों को नौकरी देने की थी मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों सफाई मजदूरों की मौत सुरक्षा उपकरण नहीं रहने व लापरवाही के कारण हुई है. देर शाम दोनों सफाई मजदूर का अंतिम दाह संस्कार पटना के गुलबी घाट पर किया गया .