जाति गणना का दूसरा फेज 15 अप्रैल से 15 मई के बीच होगा. हर परिवार के सदस्यों का डिटेल भरने के लिए पटना जिले में बुधवार से 45 चार्जों में 15 लाख फॉर्म बांटने का काम शुरू होगा. चार्ज अधिकारियों को फॉर्म उपलब्ध कराने के बाद प्रगणकों के बीच फॉर्म का वितरण होगा. गणना को लेकर प्रगणकों व पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण देने का काम मंगलवार को संपन्न हो गया. दूसरे चरण का काम मोबाइल एप, गणना प्रपत्रों व पोर्टल के माध्यम से होना है. इसलिए गणना कर्मियों को सभी पहलुओं, तथ्यों व तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया. जिले में 10 प्रतिशत रिजर्व कर्मियों के साथ प्रगणकों की संख्या 14114 व पर्यवेक्षकों की संख्या 2353 है. कुल 16467 गणना कर्मियों को 412 फील्ड ट्रेनर्स व 12 मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षित किया गया.
गणना के दौरान एक परिवार के लिए एक पेज का फॉर्मेट होगा. इसमें 15 सदस्यों की विस्तृत जानकारी अंकित की जायेगी. फॉर्मेट में लिखी जाने वाली विस्तृत जानकारी की ऑनलाइन इंट्री की जायेगी. पटना जिले में 13.82 लाख परिवारों के 73.52 लाख सदस्यों की गिनती होगी. जिले में 45 चार्ज बनाये गये हैं. इसमें 23 ब्लॉक, 11 नगर परिषद, पांच नगर पंचायत व पटना नगर निगम के छह अंचल शामिल हैं.
गणना के दौरान परिवार के सदस्यों से 17 बिंदुओं पर जानकारी ली जायेगी. इसमें परिवार के सदस्य का पूरा नाम, पिता/पति का नाम, परिवार के प्रधान से संबंध, उम्र, लिंग, वैवाहिक स्थिति, धर्म, जाति का नाम, शैक्षणिक योग्यता, कार्यकलाप, आवासीय स्थिति, अस्थायी प्रवासीय स्थिति, कंप्यूटर/लैपटॉप, मोटरयान, कृषि भूमि, आवासीय भूमि, सभी स्रोतों से मासिक आय शामिल है.
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गणना में पहले चरण में छुटे हुए परिवार की इस बार गिनती होगी. घर बंद होने पर गणना कर्मी पड़ोसी से मोबाइल नंबर लेकर वीडियो कॉल कर जानकारी लेंगे. परिवार के सदस्यों को कहीं भी एक ही जगह पर गिनती करानी है. दो जगहों पर गिनती कराने पर ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से जानकारी मिलने के बाद एक जगह से नाम हटा दिया जायेगा.