पटना. जमुई सांसद व लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि वो अभी किसी गठबंधन में नहीं जायेंगे. अभी उनको अपनी पार्टी को मजबूत करना है. गठबंधन हमेशा पार्टी की मजबूती के आधार पर होता है और उनका स्टैंड शुरू से ही क्लियर रहा है कि गठबंधन चुनाव के वक्त ही तय किया जायेगा. राजद की इफ्तार पार्टी में शामिल होने के बाद यह चर्चा जोर पर है कि चिराग महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं. पिछले दिनों जदयू नेता केसी त्यागी ने तो आगे बढ़कर उन्हें गठबंधन में आने का न्योता भी दे दिया. ऐसे में जब पत्रकारों ने बुधवार को उनसे गठबंधन को लेकर सवाल किया तो चिराग ने दो टूक कहा कि जब चुनाव समीप आएंगे उसी वक्त यह तय किया जाएगा कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) किस गठबंधन का हिस्सा होगा. अभी हमारी प्राथमिकता लोजपा रामविलास पार्टी के संगठन को मजबूत करना है. जनता के बीच जाना और अपने जनाधार को बढ़ाना है. अभी इसी प्राथमिकता के ऊपर पार्टी का पूरा ध्यान केंद्रित है और उसी पर फिलहाल हमलोग काम कर रहे हैं.
सूरजभान सिंह के इस बयान पर कि चिराग पासवान और पशुपति पारस यदि साथ नहीं आते हैं, तो पार्टी के लिए बहुत दिक्कत होगी. चिराग पासवान ने कहा कि वो अपनी पार्टी की चिंता करें, हमारी चिंता करने को मेरे कार्यकर्ता हैं. हमें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी. वो जहां पर हैं, बस वहां की चिंता करे. जिनके साथ मिलकर उन्होंने परिवार और पार्टी को तोड़ने का षड्यंत्र रचा, उनकी चिंता करनी चाहिए. चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस के बारे में कहा कि वे कभी मुझे अपना नहीं माने. पापा के जाने के बाद परिवार के सबसे बड़े वही थे. यदि उन्होंने मुझे बेटा या भतीजा माना होता तो क्या पापा के जाने के बाद वे ऐसा करते. बहरहाल मैं काफी आगे निकल चुका हूं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे पर चिराग पासवान ने कहा कि वो अब अपनी जगह तलाश रहे हैं. चिराग ने कहा कि विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास नीतीश कुमार ने पहले भी किया था, लेकिन क्या हुआ सबको मालूम है. विपक्षी एकता अपने आप में एक भ्रम है. 2014 और 2019 में भी एकजुट करने का प्रयास किया गया था, लेकिन हुआ कुछ भी नहीं. इस बार भी प्रयास ही किया जा रहा है. नीतीश कुमार से यह बिल्कुल संभव नहीं है कि वे विपक्ष को एकजुट कर पाएंगे. वो अपने लिए एक जगह चाह रहे हैं, क्योंकि बिहार में अब उनके लिए कोई जगह नहीं है. चिराग ने कहा कि हम बार-बार कह चुके है कि कई ऐसे बड़े नेता विपक्ष में है. उन्हें पीएम उम्मीदवार बनना चाहिए. नीतीश पर हमला बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा कि उनके सामने उनकी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के अलावे बिहार और बिहारियों की उम्मीद पर खड़ा उतरना मायने नहीं रखता.