Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली में नगर निकाय चुनाव के नामांकन 17 अप्रैल से शुरू होंगे. इससे पहले बरेली नगर निगम की मेयर सीट के टिकट को लेकर दावेदारों में सियासी जंग शुरू हो गई है. हालांकि इस सीट का आरक्षण एक बार फिर अनारक्षित (सामान्य) जाति के लिए आरक्षित हुआ है. सामान्य जाति के साथ ही ओबीसी और एससी के दावेदार भी टिकट मांग रहे हैं. यहां सबसे अधिक भाजपा में टिकट के दावेदार हैं.
भाजपा के निवर्तमान मेयर उमेश गौतम के साथ ही करीब 30 दावेदार सामने आ चुके हैं. टिकट का मुख्य मुकाबला डॉ. उमेश गौतम, पूर्व मंत्री बहोरन लाल मौर्य, डॉ. विमल भारद्वाज, डॉ. विनोद पगरानी के बीच है. इसमें निवर्तमान मेयर डॉक्टर उमेश गौतम को मजबूत माना जा रहा है. भाजपा के टिकट को लेकर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक दावेदार कोशिश में जुटे हैं.
सपा के पूर्व मेयर डॉ. आईएस तोमर को भाजपा के उमेश गौतम ने 2017 में चुनाव हराया था. इसके बाद डॉ. उमेश गौतम मेयर बने थे. डॉ.आईएस तोमर सपा से टिकट मांग रहे हैं. सपा संगठन पूर्व मेयर डॉ. आईएस तोमर, पूर्व विधायक विजय पाल सिंह, संजीव सक्सेना और पार्षद राजेश अग्रवाल के टिकट को पैनल भेजने की तैयारी में है.
टिकट का मुख्य मुकाबला पूर्व मेयर डॉ.आईएस तोमर और पूर्व विधायक विजय पाल सिंह के बीच है. पार्टी पूर्व विधायक विजय पाल सिंह को भी मैदान में उतार सकती है. यहां एससी वोट निर्णायक है. सामान्य जाति के प्रत्याशियों के बीच एससी कैंडिडेट को पूरा एससी वोट मिल सकता है.हालांकि, भाजपा के टिकट का 14 अप्रैल, और सपा के टिकट का ऐलान 15 अप्रैल होने की उम्मीद जताई जा रही है.
सत्ताधारी भाजपा से टिकट मांगने वालों की लंबी भीड़ है. इसमें निवर्तमान मेयर डॉक्टर उमेश गौतम, महानगर अध्यक्ष डॉ. केएम अरोड़ा, डॉ. विनोद पगरानी, पूर्व मंत्री बहोरन लाल मौर्य, पूर्व जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह राठौर, शशिवाला राठी, डॉक्टर विमल भारद्वाज आदि ने भी आवेदन किया है. इसके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेश अग्रवाल के पुत्र मनीष अग्रवाल के टिकट की भी चर्चा है. उनके पिता राजेश अग्रवाल शहर और कैंट विधानसभा से कई बार विधायक रह चुके हैं. वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष हैं. उनकी पार्टी में मजबूत पकड़ है.
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बरेली मेयर सीट के लिए कांग्रेस में डॉ. केबी त्रिपाठी को मजबूत दावेदार माना जा रहा है. मगर, बसपा को अभी तक कोई मजबूत दावेदार नहीं मिला है, लेकिन कई लोगों से बातचीत चल रही है.
रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली