बिहार: दरभंगा जिले के फरार व कुख्यात अपराधी राजीव रंजन ठाकुर उर्फ नूनू बॉस को पटना के आइजीआइएमएस परिसर(IGIMS Hospital) से गिरफ्तार किया गया है. इसके खिलाफ बुधवार को आइजीआइएमएस में एसटीएफ की टीम ने छापेमारी की. फिर हॉस्पिटल कैंपस से उसे गिरफ्तार किया गया. वह अपने एक करीबी रिश्तेदार को दिखाने पहुंचा था. उसे मुजफ्फरपुर के काजी मोहम्मदपुर पुलिस के हवाले कर दिया गया है, जहां से उसे कोर्ट में पेश किया गया. बताया जाता है कि उसकी पत्नी मुखिया है.
एसटीएफ के अनुसार, नूनू बॉस दरभंगा जिले के टॉप-10 के अपराधियों में शामिल है. वह दरभंगा जिले के कमतौल थाना क्षेत्र के ब्रह्मपुरा का रहने वाला है. जिस केस में इसकी गिरफ्तारी हुई, उसमें ये पिछले 19 साल से फरार था. काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में 2004 में एक व्यक्ति की गोली मार कर हत्या कर दी थी. उसके भाई संजय कुमार सिंह के बयान पर हत्या के मामले में आरोपित किया गया था. इसके बाद से वह फरार चल रहा था. पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहने का इसने जमकर फायदा उठाया. मुजफ्फरपुर के साथ-साथ दरभंगा जिले में इसने हत्या, लूट, रंगदारी मांगने जैसे गंभीर आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया. पिछले साल कमतौल इलाके में भी इस पर हत्या की वारदात को अंजाम देने का आरोप है.
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दरभंगा और मुजफ्फरपुर को मिलाकर करीब 12 से अधिक मामले दर्ज हैं. इनमें हत्या के तीन और आर्म्स एक्ट के छह एफआइआर दर्ज हैं. नूनू के खिलाफ नगर व अहियापुर थाने में भी केस दर्ज है. उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी. जिला पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही थी. इसे गिरफ्तार करने की जिम्मेवारी एसटीएफ को सौंपी गयी थी. पिछले कई दिनों से टीम इसके पीछे लगी थी.
काजी मोहम्मदपुर थाने में नूनू बॉस के खिलाफ 16 अक्टूबर 2004 को वैशाली के सदर थाना क्षेत्र के एकहरा निवासी संजय कुमार सिंह ने हत्या व आर्म्स एक्ट की धारा में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें नूनू सहित छह को आरोपित किया था. पुलिस अबतक पांच आरोपितों को जेल भेज चुकी थी. वहीं नूनू फरार चल रहा था. इसके खिलाफ कोर्ट से जारी आदेश के बाद घर की कुर्की की गयी थी. पुलिस उसके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है.