यूपी: अलीगढ़ में अंबेडकर जयंती मनाने को लेकर रार छिड़ गई है. देर रात थाना महुआ खेड़ा पर दोनों पक्ष इकट्ठे हो कर हंगामा किया. जिसे देख जिला प्रशासन ने अंबेडकर जयंती मनाने पर रोक लगाते हुए अनुमति रद्द कर दी. दरअसल थाना महुआखेड़ा के ओजोन सिटी सोसाइटी के पार्क बी-वन में 3 अप्रैल को अपर नगर मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार द्वारा अंबेडकर जयंती मनाने की अनुमति दी गई थी. जिसके तहत 100 व्यक्तियों के लिए डॉ. अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण, प्रसाद वितरण और विचार गोष्ठी का कार्यक्रम रखा गया था. वहीं कुछ लोग इसके विरोध में उतर आए. जिससे टकराव की स्थिति बन गई. शहर में धारा 144 भी लागू है. साथ ही कार्यक्रम को लेकर कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करने का दिशा निर्देश दिया गया था.
कार्यक्रम की तारीख 14 अप्रैल डॉक्टर अंबेडकर की जयंती के दिन था. ओजोन सिटी के रहने वाले प्रभु सिंह सुमन ने अनुमति मांगी थी. वहीं अंबेडकर जयंती मनाई जाने को लेकर कुछ लोगों ने एतराज जताया. कहा गया कि पार्क में नई गतिविधि शुरू नहीं होने देंगे.
वहीं थाना महुआ खेड़ा प्रभारी निरीक्षक ने अपनी आख्या मजिस्ट्रेट को दी. जिसमें कहा गया कि ओजोन सिटी सोसाइटी के पार्क बी वन में कार्यक्रम अनुमति प्रदान की गई थी. जिसको लेकर सोसाइटी में कुछ लोगों ने विरोध करते हुए प्रार्थना पत्र दिया. जिसकी जांच की गई, तो ज्ञात हुआ कि कार्यक्रम का आयोजन कॉलोनी में पहली बार किया जा रहा है. जिसका लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है. जिसके बाद अंबेडकर जयंती आयोजन के दौरान शांति व्यवस्था भंग होने की पूर्ण संभावना व्यक्त की गई.
अपर नगर मजिस्ट्रेट द्वितीय सुधीर कुमार ने शांति व्यवस्था के दृष्टिगत रखते हुए अंबेडकर जयंती कार्यक्रम की अनुमति को निरस्त कर दिया. वहीं थाने पहुंचकर दोनों पक्षों ने अपनी बात रखी. इस बीच बसपा नेता भी थाने पहुंच गए. इस दौरान हंगामा भी हुआ. हालांकि जिला प्रशासन का कहना है कि अंबेडकर जयंती अगर अपने घर में मनाते हैं, तो उसकी अनुमति की जरूरत नहीं है.
प्रभु सिंह सुमन द्वारा जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अंबेडकर जयंती मनाने का अनुरोध किया है. प्रभु सिंह ने बताया कि कुछ जातिगत मानसिकता के लोगों के विरोध के चलते अंबेडकर जयंती मनाने का कार्यक्रम निरस्त किया गया है. अपने इष्ट की जयंती मनाने से रोकना संविधान प्रदत्त अधिकारों का उल्लंघन है.
Also Read: अलीगढ़: शहर में खुलेआम धड़ल्ले से बिक रहे चरस और गांजा, वीडियो हुआ वायरल, पुलिस जांच में जुटी
बसपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रतन दीप सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन ने जिस प्रकार बाबा साहब का विरोध करने वालों के आगे घुटने टेके है. उससे जिला प्रशासन की भी दलित विरोधी सोच उजागर हुई है. पहले भी गत वर्ष सांगवान सिटी में इसी प्रकार का विवाद हुआ था. मामले में एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट ने बताया कि दोनों पक्षों को समझाया गया है. एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि अगर अराजकता होती है तो कार्रवाई की जाएगी.
रिपोर्ट, अलीगढ़- आलोक