लखनऊ. गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को दो गोलियां लगी थीं.उसके सहयोगी शूटर मोहम्मद गुलाम को केवल एक गोली लगी थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है. उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद और गुलाम उत्तर प्रदेश स्पेशल टॉस्क फोर्स (UP STF) के हाथों 13 अप्रैल को झांसी के पास हुई मुठभेड़ में मारे गये थे. झांसी में दोनों का पोस्टमार्टम कराया गया है. असद को पहली गोली पीठ और दूसरी छाती लगी. छाती में लगी गोली उसकी गर्दन में जाकर फंस गयी. गुलाम को एक ही गोली लगी. पीठ पर लगी गोली छाती को फाड़ते हुए निकल गई.
झांसी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर नरेंद्र सेंगर ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि दोनों के शव लाए जाने से दो घंटे पहले उनकी मौत हो चुकी थी. “कानूनी प्रक्रिया के तहत पोस्टमॉर्टम किया गया. पूरे शरीर का एक्स-रे किया गया . पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों की एक टीम ने किया. डॉ सेंगर बताते हैं कि “असद को दो गोलियां लगी थीं जबकि गुलाम को केवल एक गोली लगी थी. ‘रिगॉर मोर्टिस’ के कोई निशान नहीं थे. वे अस्पताल लाए जाने से 90 मिनट से दो घंटे पहले मर गए थे . गुलाम के महत्वपूर्ण अंग में गोली लगी थी. उसकी पीठ से काफी खून बह रहा था.”
झांसी के पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि शवों को सुरक्षा में रखा गया है. परिवार के सदस्य प्रयागराज छोड़ चुके हैं और छह घंटे में (झांसी) पहुंचेंगे. मोहम्मद गुलाम की मां ने कहा कि वह अपने बेटे का शव नहीं लेंगी. उनको नहीं पता था कि वह (उनका बेटा) गैंगस्टर अतीक अहमद के लिए काम करता था. शायद गुलाम की पत्नी शव प्राप्त करेगी.
यूपी एसटीएफ से बचने के लिए असद और गुलाम बाइक से भाग रहे थे. असद बाइक चला रहा था. पुलिस की जवाबी फायरिंग में दोनों मारे गये. असद और गुलाम को यूपी पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स ने ‘ऑपरेशन झांसी’ में ट्रैक किया था. इस सूचना के बाद एसटीएफ उनके पीछे लग गयी. उधर उमेश पाल की मां ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया है. अतीक के बेटे और शूटर के मारे जाने को अपने बेटे की मौत के लिए ‘श्रद्धांजलि’ बताया.