गुलशन कश्यप, जमुई. राजधानी पटना के मीठापुर इलाके से अपहृत इवेंट मैनेजर को जमुई पुलिस ने लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र से सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस ने लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के आनंदपुर गांव में छापेमारी कर अपहृत इवेंट मैनेजर को बरामद किया है. मौके से मुख्य साजिशकर्ता सहित कुल 7 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है.
जानकारी के अनुसार पटना के मीठापुर इलाके से बीते गुरुवार शाम मुंगेर जिले के चंडिका स्थान निवासी इवेंट मैनेजर किशन कुमार का अपहरण कर लिया गया था. मामले में मोबाइल टावर लोकेशन तथा टेक्निकल सेल के तफ्तीश के बाद जमुई जिला पुलिस के द्वारा कार्रवाई की गई और लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के आनंदपुर से इवेंट मैनेजर को सकुशल बरामद कर लिया गया. इस दौरान पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता जमुई जिले के सदर थाना क्षेत्र के खैरमा निवासी अमन कुमार के अलावे नीतीश कुमार, जमुई सदर थाना क्षेत्र के बुकार निवासी नरेश कुमार, लखीसराय जिले के चानन थाना क्षेत्र के चुनारनबीघा निवासी सतीश कुमार, जमुई सदर थाना क्षेत्र के गरसंडा निवासी अमित कुमार, मुंगेर जिले के खडगपुर निवासी प्रीतम कुमार तथा लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के महुआगढ़ निवासी अनुभव कुमार को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने गिरफ्तार लोगों के पास से कई मोबाइल फोन भी बरामद किया है. जानकारी देते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि बीते गुरुवार देर शाम मीठापुर से किशन कुमार का अपहरण कर लिया गया था तथा 10 लाख रूपये के फिरौती की मांग की जा रही थी. इसे लेकर पटना जिले के रूपसपुर थाना में मामला दर्ज किया गया एवं पटना पुलिस अधीक्षक तथा जमुई पुलिस अधीक्षक के निर्देश के बाद कार्रवाई की गई है. पुलिस ने एक टीम बनाकर उक्त गांव में छापेमारी की तथा अपहृत युवक को सकुशल बरामद कर लिया है. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार सभी युवकों से पूछताछ कर रही है. एवं उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा रहा है.
पटना के मीठापुर इलाके से अपहृत हुए इवेंट मैनेजर किशन का अपहरण उनके दोस्तों ने ही किया था. दरअसल पुलिस ने जिन 7 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है वह सब किशन कुमार के पूर्व परिचित हैं और उनमें से एक मुख्य साजिशकर्ता अमन कुमार के साथ किशन की काफी अच्छी दोस्ती थी. किशन ने बताया कि अमन ने ही मुझे फोन कर कुछ बात करने के लिए अपने पास बुलाया था. जब मैं वहां पहुंचा तब वह सब मेरे साथ जबरदस्ती करने लगे. जिसके बाद मैं वहां से भागने की कोशिश करने लगा. लेकिन उन्होंने मेरे सर पर एक ईंट दे मारी, जिसके बाद में बेहोश हो गया. बेहोशी की हालत में ही वह सब मुझे उठा कर ले आए और गाड़ी में बिठा दिया. फिर वहां से मुझे लेकर सीधे जमुई चले आए. जमुई पहुंचने के बाद उन्होंने मेरे घर वालों को फोन करना शुरू किया और फिरौती की मांग करने लगे. पहले उन्होंने 15 लाख रूपये फिरौती की मांग की बाद में उन्होंने फिरौती की रकम को घटाकर 10 लाख कर दिया था. किशन ने बताया कि मेरे अपहरण की पूरी साजिश अमन के द्वारा ही रची गई थी.
किशन के अपहरण के पीछे पैसों के लेनदेन की भी बात सामने आई है. दरअसल पुलिस ने जिन 7 लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से एक अमन कुमार के साथ किशन की काफी घनिष्ठ दोस्ती थी. अमन ने बताया कि उसके किसी एक अन्य दोस्त जो एलआरसी में हैं, उसके घर किशन का आना जाना था. इसी दौरान वह अमन से मिला और दोनों में दोस्ती हो गई. जिसके बाद बाकी अन्य युवक के साथ किशन भी उठने बैठने लगा था. इस दौरान के द्वारा आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर कुछ लड़कों से पैसे लिए गए और उन्हें फर्जी कागजात भी उपलब्ध कराए गए थे.
अमन ने बताया कि किशन मेरे कमरे पर आता था और वह लगातार इस बात का दबाव बना रहा था कि हम उसे पैसे दें और वह हमारी नौकरी लगा देगा. वह सब लड़के विभिन्न जिलों के रहने वाले हैं और पटना में किराए के मकान पर रहते थे. इसी दौरान किशन ने उनके घरवालों से भी बात की तथा नौकरी दिलाने के नाम पर सबसे दो दो लाख रुपए ले लिया. जब उन लोगों की नौकरी नहीं लगी, तब उन्होंने किशन से पैसे मांगने शुरू कर दिए. बताते चलें कि जब किशन के द्वारा टालमटोल किया जाने लगा तब उन सभी युवकों ने मिलकर अपना पैसा वापस निकालने की योजना बनाई और किशन का अपहरण कर लिया. हालांकि पुलिस के द्वारा इन सभी बातों की पुष्टि नहीं की गई है. लेकिन पुलिस इन सभी मामलों पर भी छानबीन कर रही है.