रांची: झारखंड के सरकारी विद्यालयों के शिक्षक अब केवल बायोमीट्रिक उपस्थिति ही बना पायेंगे. इस माह से इसे अनिवार्य कर दिया गया है. झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि ई-विद्यावाहिनी पोर्टल को अपडेट किया गया है. पोर्टल से अब शिक्षकों के मैनुअल उपस्थिति बनाने का विकल्प समाप्त कर दिया गया है. अब केवल ऑनलाइन उपस्थिति ही दर्ज होगा. शिक्षक के साथ-साथ विद्यालय के कर्मचारियों के लिए भी इसे अनिवार्य कर दिया गया है.
अप्रैल से वेतन का भुगतान ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर ही होगा. अब ई विद्यावाहिनी के नये वर्जन में जीयो लोकेशन का दायरा विद्यालय के जीयो कॉर्डिनेट्स से सौ मीटर के अंदर कर दिया गया है. पहले यह दायरा 300 मीटर था. उपस्थिति को लेकर जारी निर्देश सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय व नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय के शिक्षक व कर्मी पर भी प्रभावी होगा. सरकारी विद्यालय के साथ-साथ सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय के शिक्षक व कर्मियों को भी ऑनलाइन उपस्थिति के लिए ई विद्यावाहिनी पोर्टल पर अपना पंजीयन कराने को कहा गया है.
सरकारी विद्यालय में शिक्षकों के लिए ऑनलाइन उपस्थिति बनाना अनिवार्य है, पर अब तक शिक्षक विद्यालय व शिक्षक के लॉगिन में बिना बायोमीट्रिक के भी शिक्षक के नाम के सामने मोबाइल में टच करने से उनकी उपस्थिति दर्ज हो जाती थी. अब शिक्षक व कर्मचारी जब तक अपना अंगूठा नहीं लगायेंगे, उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं होगी.