रांची, राणा प्रताप:
धुर्वा में झारखंड हाइकोर्ट का नया भवन बन कर लगभग तैयार है. जो कार्य बचे हैं, उसे युद्धस्तर पर पूरा करने का प्रयास चल रहा है. राज्य सरकार 30 अप्रैल को इस भवन को हाइकोर्ट प्रशासन को हैंडओवर करेगी. इसकी तैयारी की जा रही है. इस बाबत एक जनहित याचिका पर पिछले दिनों सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से अंडरटेकिंग भी दी गयी थी. न्यू बिल्डिंग के हैंडओवर होने के बाद झारखंड हाइकोर्ट के ऑफिस आदि शिफ्ट किये जायेंगे.
संभवत: यह शिफ्टिंग छुट्टियों के समय की जायेगी. शिफ्टिंग के दौरान हाइकोर्ट के अधिकारियों व कर्मियों की छुट्टी भी रद्द रहेगी. यदि सब कुछ ठीक रहा तो गर्मी छुट्टी के बाद हाइकोर्ट का कार्य नये भवन में शुरू होने की संभावना है. नाै फरवरी 2013 को सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस अल्तमस कबीर ने बिल्डिंग की आधारशिला रखी थी. न्यू ग्रीन बिल्डिंग का निर्माण कार्य 18 जून 2015 से शुरू हुआ.
इसे दिसंबर 2017 में पूरा होना था, लेकिन कई कारणों से बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया. झारखंड हाइकोर्ट के निर्देश पर भवन निर्माण विभाग ने बिल्डिंग के डीपीआर को पुन: संशोधित किया. इसके बाद अधूरे निर्माण को पूरा करने का कार्य शुरू किया गया.
चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्र की अध्यक्षता में 17 अप्रैल को स्टेक होल्डर की बैठक होगी. इसमें न्यू हाइकोर्ट ग्रीवांस कमेटी के सदस्य, एडवोकेट एसोसिएशन के पदाधिकारी, राज्य सरकार के वरीय अधिकारी आदि उपस्थित रहेंगे. इसमें वकीलों की सुविधाओं के साथ-साथ अन्य सुविधाओं पर विचार-विमर्श किया जायेगा.
हाइकोर्ट के नये बिल्डिंग में चीफ जस्टिस का कोर्ट रूम सबसे अंतिम हिस्से में बनाया गया है. इस कोर्ट रूम का क्षेत्रफल अन्य कोर्ट रूम से सबसे अधिक है. यह कोर्ट रूम 80 फीट लंबा, 65 फीट चाैड़ा व 40 फीट ऊंचा है. इसके अलावा अन्य कोर्ट रूम की लंबाई लगभग 60 गुना 43 फीट है.