बिहार के मोतिहारी में जहरीली पेय पदार्थ (Motihari Hooch Tragedy) पीने से मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. मृतकों की संख्या बढ़कर 25 पहुंच गयी है. वहीं, रविवार की सुबह चार और मरीजों को गंभीर स्थिति में मोतिहारी सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अभी, यहां 16 मरीजों का इलाज चल रहा है. जबकि, कई मरीज प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं. इधर जिला प्रशासन ने मामले में शराब तस्करी रोकने के लिए बनाये गए टीम के दो लोगों और चार जमादारों को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही, करीब पांच लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है.
मोतिहारी में मौत के बीच भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद राधामोहन सिंह ने सदर अस्पताल में शनिवार को संदिग्ध अवस्था में मृत लोगों के परिजनों से मुलाकात की. साथ ही, सरकारी स्तर पर मुआवजा देने की मांग की. इस दौरान उन्होंने भर्ती मरीजों से मिलकर उनका हालचाल पूछा और ऐसी गलती नहीं करने की नसीहत दी. उन्होंने सदर अस्पताल की ओर से जारी सूची के अनुसार 19 लोगों के बीमार होने के संदर्भ में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दस लोगों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है, चार को रेफर किया गया है. एक की मौत हो गयी. जो बिना इलाज के चले गये हैं, उनका पता नहीं चल सका है. मरीजों ने बताया कि शराब पीने से उनकी यह स्थिति हुई है. जानकारी सामने आयी है कि 20 से अधिक लोगों की मौत हुई है. पुलिस प्रशासन यह पता करना होगा कि शराब का यह कारोबार कहां से चल रहा है. इस पर जल्द शिकंजा कसा जाना चाहिए.
Also Read: बिहार: पूर्वी चंपारण में मौत का आंकड़ा 21 पहुंचा, जहरीली शराब की आशंका के बीच सीएम नीतीश कुमार का आया बयान
मोतिहारी सदर अस्पताल में जहरीली पेय पदार्थ पीने से बीमार मरीजों को अलग-अलग वार्ड में रख कर इलाज किया जा रहा है. बीमार लोगों पर निगरानी रखने के लिए दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी व जवानों की तैनाती की गयी है. मणी भूषण श्रीवास्तव को बतौर दंडाधिकारी सदर अस्पताल में तैनात किया गया है, जो जहरीली पेय पदार्थ पीने से बीमार लोगों की निगरानी कर रहे हैं. बताते चलें कि अस्पताल में भर्ती के बाद चार बीमार मरीज फरार हो गये थे. इसको लेकर दंडाधिकारी की तैनाती की गयी है.