कानपुर. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कानपुर में हनुमंत कथा के आयोजन पर संकट खड़ा हो गया है. अतीक अहमद- अशरफ की हत्या के बाद राज्य में बने हालात को देखते हुए कथा की अनुमति प्रशासन ने कैंसिल कर दी है. 17 से 21 अप्रैल तक कानपुर के एक गांव में कथा आयोजित की जानी थी. हालांकि रंजीतपुर आश्रम के महाराज गोपाल जी का कहना है कि बागेश्वर धाम की कथा 17 से 21 होगी कैंसिल नहीं हुई है .
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की हनुमत कथा 17 अप्रैल को कानपुर देहात की तहसील मैथा के गांव ग्राम रंजीतपुर स्थित पवन तनय आश्रम में होनी है. इसकी तैयारी लगभग पूरी हो गयी हैं. प्रशासन ने पांच अप्रैल 23 को इसकी अनुमति दी थी. आयोजक मंडल का दावा था कि करीब दस लाख लोग इसमें शिरकत करेंगे. श्रद्धालुओं की इस संख्या को ध्यान में रखकर पांडाल आदि तैयार किया गया है.
प्रस्तावित हनुमत कथा कार्यक्रम को लेकर जारी अनुमति को रद्द करते हुए एसडीएम ने रविवार को अपने आदेश में लिखा है कि प्रदेश की वर्तमान कानून व्यवस्था एवं साम्प्रदायिक संवेदनशीलता, धारा-144 प्रभावी होने तथा जन सामान्य की सुरक्षा और पुलिस बल की उपलब्धता को दृष्टिगत रखते हुये अग्रिम आदेशों तक कार्यक्रम को स्थगित किया जाता हैं. उप जिलाधिकारी जितेन्द्र कटियार ने कहा है कि स्थिति अनुकूल होने पर हनुमंत कथा आयोजन के सम्बन्ध में अनुमति देने के लिए पुर्नविचार किया जायेगा.
17 से 21 अप्रैल तक तक आयोजित हनुमंत कथा के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का 2 दिन का महा दिव्य दरबार भी लगना था. महा दिव्य दरबार बिना टोकन नंबर के लगाया जाने वाला था. इस कार्यक्रम को लेकर बड़ी संख्या में