Akshaya Tritiya 2023: अक्षय तृतीया तिथि किसी भी नए कार्य, खरीदारी, विवाह के लिए बहुत ही शुभ मानी जाती है. यह दिन ही शुभ माना जाता है. अखात्रियों के मुहूर्त को अनदेखे या अबूझ मुहूर्त कहते हैं. भूमि पूजन, गृह प्रवेश आदि के लिए अक्षय तृतीया को शुभ माना जाता है. हालांकि इस बार अक्षय तृतीया पर योग बनने के कारण अखा तृतीया की तिथि भी विवाह के लिए शुभ मुहूर्त नहीं है.
हर साल वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया के रूप में मनाया जाता है. इस बार अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को है. अक्षय तृतीया को अनंत-अक्षय-अक्षुण फलदायी कहा जाता है. जिसका कभी क्षय नहीं होता उसे अक्षय कहते हैं. इस दिन भगवान विष्णु के अवतार महर्षि वेदव्यास ने महाभारत लिखना शुरू किया था. श्री हरि विष्णु के अवतार भगवान परशुराम का जन्म अक्षय तृतीया के दिन हुआ था. जानें इस बार अक्षय तृतीया के दिन क्यों नहीं है विवाह का शुभ मुहूर्त.
संयोग से सालों बाद इस बार अक्षय तृतीया पर विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार 27 अप्रैल तक गुरु अस्त हो रहा है. तो शास्त्रों के अनुसार इस समय बृहस्पति के अस्त होने से विवाह नहीं होता है. इसलिए इस साल अक्षय तृतीया पर शादी के लिए कोई मुहूर्त नहीं है. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 27 अप्रैल के बाद है. हर साल बड़ी संख्या में लोग अक्षय तृतीया पर शादी के बंधन में बंधते हैं.
इस वर्ष अक्षय तृतीया 22 अप्रैल 2023 को सुबह 7 बजकर 49 मिनट से 23 अप्रैल 2023 को सुबह 7 बजकर 47 मिनट तक है. पूजा का शुभ मुहूर्त 22 अप्रैल को सुबह 7 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक है.
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अक्षय तृतीया के दिन चावल, नमक, घी, चीनी, सब्जियां, फल, इमली और वस्त्र आदि का दान करना शुभ माना जाता है. इस तिथि को कोई भी नया काम शुरू करने, खरीदारी, विवाह आदि के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है. इस दिन को स्वयंभू शुभ मुहूर्त माना जाता है. सभी शुभ कार्यों के अलावा मुख्य रूप से विवाह, सोना, नया सामान खरीदना, वाहन खरीदना, भूमि पूजन और नया व्यवसाय शुरू करना शामिल है.