Lucknow: प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम अशरफ हत्याकांड में यूपी एसटीएफ ने और बड़ी कार्रवाई की है. एसटीएफ की टीम ने बुधवार को लखनऊ से बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम को उठा लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है.
एसटीएफ ने मो. मुस्लिम के साथ अतीक अहमद के वाट्सअप चैट और असद के दो ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ये एक्शन लिया है. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई कि ऑडियो में आवाज असद व मुस्लिम की ही है. इसके साथ ही फोन काल के समय को लेकर भी अभी प्रमाणिक तौर पर कुछ सामने नहीं आया है. एसटीएफ ऑडियो की जांच करने के साथ बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम से इन बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है. ऑडियो के आधार पर उसके माफिया से कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं.
दरअसल सोशल मीडिया में एक व्हाट्सएप चैट वायरल हो रही है. इसके स्क्रीन शॉट में अतीक कथित तौर पर बिल्डर से कह रहा है, ‘मैं अभी मरा नहीं हूं. मुझसे जेल में आकर मिलो. मेरे बेटे न डॉक्टर बनेंगे, न ही वकील. ज्यादा ईडी-ईडी मत करो. अभी तुम्हारे घर पर ईडी ने छापा नहीं मारा है. तुम्हारा कोई पैसा सीज नहीं किया गया है.
आगे कहा गया कि उमर और असद तुमसे पैसा लेने आएंगे. मुझे इलेक्शन के लिए पैसों की जरूरत है. हमारा जो पैसा है, उसे तुरंत दे दो. वो इस वक्त हमारे बहुत काम आएगा. शायद आपकी तरफ से ध्यान हट जाए. आपको आखिरी बार समझा रहा हूं. बहुत जल्दी सारे हालात बदल रहे हैं. मैंने सब्र कर लिया है. बहुत जल्दी सबका हिसाब शुरू कर दूंगा. जहां तक आपका घर है, कोई मारने लायक नहीं है. लेकिन मैं एक वादा कर रहा हूं आपसे. अच्छे मुस्लिम और मुस्लिम का ससुर मार खाएंगे. कम लफ्जों में ज्यादा समझ लो.’ वहीं एक और मैसेज में अतीक ने लिखा कि मुस्लिम साहब, पूरे इलाहाबाद में बहुतों ने हमसे फायदा उठाया, लेकिन सबसे ज्यादा तुम्हारे घर ने उठाया. आज (अपशब्द) लोग हमारे खिलाफ एफआईआर लिखा रहे हैं. पुलिस की शह पर काम कर रहे हैं.
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इसके साथ ही जो दो ऑडियो वायरल हुए हैं, उनकी बात करें तो इसमें असद बिल्डर मो. मुस्लिम से मिलना चाह रहा था. दोनों के बीच इमरान नाम के एक व्यक्ति को लेकर भी बात हुई. अतीक इसमें फोन काल रिसीव होते ही पहले सलाम करने की आवाज आती है. फिर ‘हैलो… असद बोल रहे हैं’ दूसरी ओर से आवाज आती है… ‘हां..हां नंबर अभी मिला था.’ हम आपके फ्लैट पर आए थे, इतनी देर से खड़े थे और आपने दरवाजा भी नहीं खोला मुस्लिम साहब. अब दूसरी ओर से आवाज आती है कि नहीं हम हैं नहीं यहां पर. बात आगे बढ़ती है और असद बिल्डर मो. मुस्लिम से कहा रहा है कि वह जेल में बंद अपने भाई उमर से मिलने गया था.
असद बातचीत में बिल्डर मो. मुस्लिम से कहता है कि उमर ने उसे अपनी अगली पेशी पर मिलने के लिए कचहरी बुलाया है. मो. मुस्लिम के कचहरी जाने में आनाकानी करने पर असद उस पर जेल में जाकर उमर से मिलने की बात कहता है. मो. मुस्लिम इसे भी टालने की कोशिश करता है और कहता है कि कुछ करना हो तो बताओ. इसी बीच फिर इमरान के मुस्लिम के घर आने-जाने की बात को लेकर भी असद ऐतराज करता है. वह नाराजगी में कहता है कि खरबूजा खरबूजे को देखकर रंग बदलता है.
इसके बाद मो. मुस्लिम इसे नहीं समझ पाने की बात कहता है. वहीं असद प्रयागराज से लौटने की बात कहते हुए मिलने का जिक्र करता है. इसके बाद मो. मुस्लिम किसी मामले को लेकर वकील के यहां होने की बात कहकर इसे टाल देता है. एसटीएफ अब इन चैट और ऑडियो की सच्चाई पता लगाने के साथ मामले की तह तक जाने में जुटी है, जिससे अतीक के आर्थिक साम्राज्य और उससे जुड़े लोगों का कनेक्शन सामने आ सके.
बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम को अतीक अहमद का फाइनेंसर भी कहा जाता है. वहीं उसका मोहम्मद मुस्लिम का क्रिमिनल रिकॉर्ड भी सामने आ चुका है. उसके खिलाफ लखनऊ और प्रयागराज के विभिन्न थानों में 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं. 2007 में मोहम्मद मुस्लिम पर गैंगस्टर भी लग चुका है. वहीं लखनऊ में भी मोहम्मद मुस्लिम पर फ्रॉड का केस भी दर्ज है.
इसके साथ ही बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम के लखनऊ और अन्य जगहों पर 16 कई प्रोजेक्ट के नाम भी सामने आए हैं. इनमें एबीडीसी रेसीडेंसी बख्शी का तालाब लखनऊ, अकामा वाली स्टेट फेस टू दुबग्गा लखनऊ, अकामा निजाम रेसीडेंसी सआदतगंज लखनऊ, पैराडाइज पाम सीतापुर रोड, ग्रीन व्यू अपार्टमेंट रिंग रोड चौराहा, आशियाना रॉयल गैलेक्सी, आरबीएल बैंक्वेट्स रतन खंड शारदा नगर, वली ब्रदर्स अपार्टमेंट सीतापुर रोड, शिवा अम्पायर रेसीडेंसी चारबाग, अलीगंज प्लाजा, एबीडीसी रेसीडेंसी सरोजिनी नगर गोमती कानपुर, आरबीएम पैलेस बहराइच, होटल शहरान कॉन्टिनेंटल बहराइच, सुमैया मॉल बहराइच अकामा कांपलेक्स प्रयागराज और सुहानी विला प्रयागराज हैं.