पटना. बिहार में हवाई सफर दिनों दिन महंगा होता जा रहा है. बिहार में अभी तीन शहरों से हवाई सेवा उपलब्ध है. पटना, गया और दरभंगा. दरभंगा एयरपोर्ट उड़ान योजना के तहत है, जहां एयरलाइंस कंपनियों को सरकार ने कई रियायतें दे रखी हैं. उड़ान योजना के तहत पूरे देश में दरभंगा सबसे सफल एयरपोर्ट ही नहीं बल्कि सबसे अधिक मुनाफा देनेवाला एयरपोर्ट भी हैं. इसके बावजूद दरभंगा से दिल्ली और मुंबई की यात्रा दिनों दिन महंगी होती जा रही है. इसके पीछे का कारण बताया जा रहा है कि दरभंगा से फ्लाइटों की संख्या कम कर दी गयी है. बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने एक बार फिर हवाई किराये में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी का विरोध किया है. उन्होंने उड़ान योजना पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि जब टैक्स में छूट है तो किराये में इतनी बढ़ोतरी क्यों हो गयी है.
संजय झा इस मसले पर पहले भी मुखर रहे हैं. वो एक बार फिर सवाल उठा रहे हैं कि दिल्ली से दरभंगा का हवाई किराया त्योहार में तो आसमान छूता ही है, आम दिनों में भी इतना ज्यादा क्यों है? संजय झा कहते हैं कि उड़ान स्कीम के तहत शुरू हुए दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू की उड़ानों के लिए बिहार सरकार Aviation Turbine Fuel (ATF) पर सिर्फ 1% टैक्स लेती है, जबकि पटना और गया एयरपोर्ट के लिए टैक्स में छूट लागू नहीं है. इसके बावजूद आज पटना और गया की तुलना में दरभंगा एयरपोर्ट से आने-जाने का किराया काफी ज्यादा है. जोकि कम होना चाहिए था.
संजय झा कहते हैं कि एयरपोर्ट ऑथिरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों से पुन: अनुरोध है कि दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू के बीच हवाई किराये पर पुनर्विचार करें, यात्रियों को राहत दे. खासकर त्योहार के दिनों के लिए किराये की अधिकतम सीमा निर्धारित करें. इधर, इस मसले पर वरीय पत्रकार ज्ञानेश्वर पांडेय कहते हैं कि यह कतई सही नहीं है कि आप सरकार से टैक्स में छूट लें, लेकिन आम लोगों को उसका कोई लाभ न मिले. दरभंगा एयरपोर्ट से हवाई किराये में छूट का कोई प्रभाव नजर नहीं आता है. एयरलाइंस कंपनियां बिहार को लेकर ही सही किराया तय नहीं कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वो पिछले दिनों दिल्ली से पटना आने के लिए जब टिकट चेक किया तो सबसे सस्ती 33 हजार की, फिर भी 23 घंटे बाद.