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ईडी जांच में बड़ा खुलासा, इन दो ठेकेदारों ने कमीशन के तौर पर बीरेंद्र राम को दिये 6.38 करोड़ रुपये

ईडी को छापामारी के दौरान बीरेंद्र राम के घर से लेन-देन से जुड़ी कई पर्चियां मिली थीं. इसमें से एक पर्ची पर एमजी लिखा था और इसके नीचे हिसाब लिखा था. इसके अलावा उसके मोबाइल से हिसाब किताब का एक ब्योरा मिला था

रांची, शकील अख्तर :

इडी ने जांच के क्रम में पाया कि ठेकेदार महेंद्र गोप व राजेश कुमार ने बीरेंद्र राम को कमीशन के तौर पर कुल 6.38 करोड़ रुपये दिये थे. वहीं बीरेंद्र राम ने अपने बेटे आर्यन अंकुश को विदेश (स्कॉटलैंड) में पढ़ने के लिए भी गोप से 20 लाख रुपये लिया था. ऐसे वह 1.25 करोड़ रुपये बेटे की पढ़ाई पर खर्च कर चुका है. ठेकेदार अतिकुल अंसारी ने बीरेंद्र राम के लिए 47.45 लाख रुपये कमीशन वसूला था. इससे संबंधित हिसाब इडी को बीरेंद्र राम के मोबाइल फोन में मिला. साथ ही फोन में कोडवर्ड में इसमें मिला हुआ रुपया और फाइल को लाल कपड़ा में बांध कर 14 लाख दिया जैसे वाक्यों का इस्तेमाल किया गया है.

इडी को छापामारी के दौरान बीरेंद्र राम के घर से लेन-देन से जुड़ी कई पर्चियां मिली थीं. इसमें से एक पर्ची पर एमजी लिखा था और इसके नीचे हिसाब लिखा था. इसके अलावा उसके मोबाइल से हिसाब किताब का एक ब्योरा मिला था. इस पर ‘लिया गया रुपया’ लिखा हुआ था. यह ठेकेदार अतिकुल अंसारी ने लिखा था. बीरेंद्र राम ने पूछताछ के दौरान ‘एमजी’का मतलब महेंद्र गोप बताया.

महेंद्र गोप, जमशेदपुर की कंपनी मेसर्स लॉर्डस इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा है. बीरेंद्र राम ने महेंद्र गोप के नाम पर लिखे गये हिसाब के बारे में पूछे जाने पर कहा था कि उसने गोप से 2.40 करोड़ रुपये कर्ज दिल्ली में जमीन खरीदने के लिए लिया था. इसमें से उसने गोप को सिर्फ 20 लाख रुपये लौटाये हैं. इस मामले में महेंद्र गोप से जब पूछताछ की गयी, तो उसने बीरेंद्र राम को कर्ज देने की बात से इनकार किया था. उन्होंने इडी से कहा था कि बीरेंद्र राम कमीशन का पैसा उसके पास रखता था. उन्होंने बीरेंद्र राम द्वारा अधिकृत व्यक्ति को 4.5 करोड़ रुपये नवंबर 22 और जनवरी 2023 में दिया है.

इसके अलावा बीरेंद्र के बेटे आर्यन को विदेश में पढ़ाई के लिए 20 लाख रुपये दिये. इडी ने जांच में पाया कि बीरेंद्र राम ने इसी 4.5 करोड़ रुपये को हवाला के माध्यम से दिल्ली पहुंचाया. बाद में यह राशि उसके पिता गेंदा राम के खाते में जमा हुई और उससे संपत्ति खरीदी गयी. बीरेंद्र राम के एक मोबाइल से ‘मिला हुआ रुपया’ शीर्षक पर्ची के सिलसिले में इडी को दिये गये बयान में यह स्वीकार किया कि यह राशि कमीशन की है. ठेकेदार अतिकुल अंसारी उसके लिए कमीशन की वसूली करता है. पर्ची लिखी 47.45 लाख रुपये उसी ने वसूला है और पूरा हिसाब लिख कर दिया है.

इडी की छापामारी के दौरान बीरेंद्र राम के घर से वीआइपी नंबरवाली (1000) दो गाड़ियां मिली थीं. इन गाड़ियों के सिलसिले में राजेश कुमार से पूछताछ हुई. राजेश कुमार ने स्वीकार किया कि वह मेसर्स राजेश कंस्ट्रक्शन और मेसर्स परमानंद कंस्ट्रक्शन का निदेशक है. बीरेंद्र राम ने वर्ष 2015 में इन कंपनियों को 62 करोड़ रुपये का टेंडर दिया था. तीन प्रतिशत की दर से कमीशन की रकम 1.88 करोड़ रुपये का भुगतान बीरेंद्र राम को किया गया.

राजेश ने अपने बयान में कहा कि बीरेंद्र राम की मांग पर दोनों महंगी गाड़ियां दी गयी थी. लेकिन उनसे लौटाने के लिए नहीं कहा गया. इडी ने बीरेंद्र राम और ठेकेदार अनूप कुमार राय के बीच हुए वाट्सएप चैट के मद्देनजर इस ठेकेदार से भी पूछताछ की. अनूप ने यह स्वीकार किया कि वह मेसर्स रॉयल इंजीनियरिंग का पार्टनर है. बीरेंद्र राम ने उसकी कंपनी को 1.78 करोड़ रुपये का ठेका दिया था. इसके बदले बतौर कमीशन 14 लाख रुपये का भुगतान किया है. राय ने यह भी बताया कि बीरेंद्र राम उससे 14 प्रतिशत की दर से कमीशन की मांग करते थे.

पर्ची में लिखा हिसाब-किताब

(1)- रमाकांत सिंह से सात लाख

(2)-28-9-2021 को चीफ इंजीनियर साहब को 4.5 लाख

(3)- 22-10-21 को चीफ इंजीनियर साहब को 8.40 लाख दिये

(4)- 1-11-2021 को चीफ इंजीनियर साहब को फाइल में तीन लाख दिये

(5)- 3-11-201 को महेंद्र गोप से चीफ साहब को तीन लाख दिलाये

(6)- 23-11-2021 को फाइल में लाल कपड़ा बांध कर 14.05 लाख रुपये दिये

(7)- 12-12-2021 को घर में पांच लाख रुपया दिया हूं

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