Surya Grahan 2023: वैशाख अमावस्या के दिन इस साल का पहला सूर्य ग्रहण सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर शुरू हुआ. यह एक संकर सूर्य ग्रहण होगा जो दुर्लभ प्रकार का सूर्य ग्रहण है जो एक वलयाकार से कुल ग्रहण में भिन्न होता है और ऐसे ग्रहण में जब चंद्रमा की छाया पृथ्वी की सतह से गुजरती है तो फिर से वापस आती है. इस सूर्य ग्रहण का नाम ‘निंगालू’ रखा गया है. यह ऑस्ट्रेलियाई तटरेखा निंगालू के नाम से उत्पन्न हुआ है. और इसकी आंशिक दृश्यता के कारण इसे इसका नाम मिला. यह एक संकर ग्रहण है. यह सूर्य ग्रहण कब, कहां, कैसा दिखेगा. भारत में नजर आयेगा या नहीं, सूतक काल मान्य है या नहीं समेत पूरी डिटेल जानें.
साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण बहुत कम स्थानों से ही देखा जा सकेगा. ऑस्ट्रेलिया, पूर्व और दक्षिण एशिया, प्रशांत महासागर, अंटार्कटिका और हिंद महासागर में दिखेगा. इन जगहों से सूर्य में होने वाले पर्विरतन का देखा जा सकेगा. जबकि भारत में यह ग्रहण बिल्कुल भी नजर नहीं आयेगा.
भारतीय ज्योतिषीय कैलेंडर के अनुसार, पृथ्वी पर हर कोई जो आकाश में सूर्य ग्रहण के अदभुत नजारे को देखने का आनंद ले सकेंगे वे 20 अप्रैल को सुबह 7:04 बजे से दोपहर 12:29 बजे के बीच सूर्य के कुंडल आकार में बदलने की प्रक्रिया को देख सकेंगे.
2023 में कुल चार ग्रहण पड़ेंगे, जिनमें दो चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण शामिल हैं. सूर्य ग्रहण देखते समय, सुरक्षा सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है क्योंकि वे आंखों को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं और अंधेपन का कारण बन सकते हैं. नासा 14-शेडेड वेल्डिंग ग्लास, ब्लैक पॉलीमर या एल्युमिनाइज्ड माइलर जैसे उपयुक्त फिल्टर का उपयोग करने का सुझाव देता है. एक अन्य विकल्प दूरबीन के माध्यम से सूर्य को देखने के लिए एक टेलीस्कोप का उपयोग करना है.
सूर्य ग्रहण को देखने के मंच से सुरक्षित रूप से देखा जा सकता है क्योंकि पृथ्वी पर ऐसे कई स्थान नहीं हैं जो दुर्लभ आकाशीय बदलाव का गवाह बनेंगे. उदाहरण के लिए, timeanddate.com सूर्य ग्रहण का सीधा प्रसारण करेगा. नीचे दिये गये लिंक से भी हाइब्रिड सूर्य ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं.
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2023 में अगला सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को पड़ेगा, जबकि साल के दो चंद्र ग्रहण 5-6 मई और 28-29 अक्टूबर को होंगे.