वास्तु शास्त्र में घर या दुकान में आसपास हरियाली बनाए रखने की बात कही गई है. शास्त्रों में कहा गया है कि इससे नकारात्मक शक्ति खत्म हो जाती है. प्रभात खबर आज आपको एक ऐसा ही फूल संदर्भ में चर्चा कर रहा है, जो आपके घर ही नहीं बल्कि आपके दुकान, आपके कारखाने में बन रहे नकारात्मक शक्ति को दूर कर देता है. हिन्दू धर्म में कई ऐसे पौधे हैं, जो आपके आस -पास बन रही नकारात्मक शक्ति को दूर करता है. साथ ही परिवार में पुनः ख़ुशी लौट आती है. ऐसा ही एक फूल का पौधा है जिसका नाम है अपराजिता.
यह फूल शनि को खुश करने के लिए उनपर चढ़ाया जाता है. शनि के साथ माता जगदंबा को भी यह फूल बहुत प्रिये है. विवाह में बाधा आने पर भगवान विष्णु को इसे चढ़ाया जाता है. जिससे सभी प्रकार की बाधा दूर हो जाती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जातक को पारिवारिक कष्ट बना हुआ हो, आर्थिक तंगी हो , व्यापार में रुकावट हो रहा है तो आप अपराजिता का फूल का पौधा अपने घर के पास लगा ले. आपका भाग्य खुल जाएगा. इसके साथ ही आपकी खूब उन्नति होगी .अपराजिता सिर्फ लगाने से आपको उन्नति नहीं देगा. उसका फूल निकलना चाहिए. फूल निकलने के बाद आपकी किस्मत खुल जाएगी .
अपराजिता के फूल दो रंग के होते है. एक सफ़ेद दूसरा नीले रंग का होता है. दोनों के अपने अपने महत्व है. आप अपने घर में अपराजिता के नीले रंग का पौधा लगाते हैं तो उससे आपके घर में लक्ष्मी का प्रवेश होगा. इसके साथ ही आपको आपके कार्य क्षेत्र में सफलता मिलती है. आपके परिवार में संकट नहीं आने देता है. आप अगर शनि की साढ़े साती से परेशान हैं तो फिर प्रत्येक शनिवार को 11 अपराजिता का फूल शनि महाराज पर अर्पित करें. आपको राहत मिलेगी. भगवान शंकर को सफ़ेद अपराजिता का फूल बहुत पसंद हैं. आपके जन्मकुंडली में चंद्रमा ख़राब होने पर सफ़ेद अपराजिता का फूल भगवान शिव को अर्पित करने से चंद्रमा खुश होते है साथ में धन की कमी नहीं होने देते है .
अपराजिता के फूल का पौधा कहां लगाना चाहिए? पूर्व उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में. कहां पर लगाने से ज्यादा फायदेमंद होता है. यह सवाल बार बार मन में उठता रहता है. तो इसका सही जवाब है उत्तर पूर्व दिशा. क्योंकि यह दिशा लक्ष्मी तथा कुबेर का स्थान है. इस दिशा में लगाने से आय का स्त्रोत ठीक रहता है. इसके साथ ही आपके कार्य क्षेत्र में भी समय पर सफलता मिलती है. आपके परिवार में किसी प्रकार का कोई संकट नहीं आएगा.
चन्द्र कुंडली में अगर किसी भी राशि पर शनि की साढ़े साती चल रहा हो या साढ़े साती से परेशान हैं तो इसे अपने दरवाजे के मुख्य द्वार के दांए की ओर लगाएं. इससे आपको शनि की साढ़े साती से राहत मिलेगी. प्रत्येक शनिवार को 11 अपराजिता का फूल शनि महाराज पर अर्पित करें आपको राहत मिलेगा .
भगवान शंकर के लिए सफ़ेद अपराजिता का फूल बहुत प्रिये है . जन्मकुंडली में चंद्रमा ख़राब होने पर सफ़ेद अपराजिता का फूल भगवान शिव को अर्पित करने से चंद्रमा खुश होते है साथ में धन की कमी नहीं होने देते हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार अपराजिता के फूल का पौधा पश्चिम तथा दक्षिण दिशा में नहीं लगाएं. इससे आपके परिवार में नकारात्मक शक्तियां बन जाती है. जिससे आय का स्त्रोत कम होगा साथ में परिवार सदस्यों का आए दिन स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बनी रहेगी.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847