भारत जी-20 की मेजबानी मिलने के बाद देश में जी-20 की कई बैठकों का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन 30 नवंबर तक चलेगा. इस आयोजन का थीम ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ है. इसे लेकर दिल्ली के शांतिपथ और रिंग रोड जंक्शन पर एक पार्क बनाया जायेगा. इस पार्क में कबाड़ से जी-20 देशों के राष्ट्रीय पशु और पक्षी की आकृति भारतीय कलाकारों द्वारा बनाकर प्रस्तुत किया जायेगा.
इसमें बिहार के मानस मणि आनंद इंडोनेशिया के पशु और पक्षी की कलाकृति तैयार करेंगे, जबकि झारखंड के अनुज कंडुलना तुर्की के राष्ट्रीय पशु और पक्षी की कलाकृति बनायेंगे. अनुज की सबसे बेहतरीन कलाकृति स्कूटर, साइकिल, मोटर साइकिल के हेड लैंप और शॉकर से बनी ‘जर्नी ऑफ लाइफ’ है, जबकि बिहार के मणि की मोबाइल के पुर्जे, तार, लकड़ी और पत्थर से बनी लड़की की कलाकृति है.
शुक्रवार को वेस्ट टू वंडर आर्ट कैंप का उद्घाटन किया गया. इन कलाकृतियों को बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों के 25 कलाकार बनायेंगे. इन कलाकृतियों को कबाड़ के मेटल से तैयार किया जायेगा और यह 5-7 फीट ऊंचा और 4-5 फीट चौड़ा होगा. इन कलाकृतियों के लिए कबाड़ नयी दिल्ली नगर पालिका निगम और अन्य एजेंसी मुहैया करायेगी.
शुक्रवार को इस पार्क का उद्घाटन नयी दिल्ली नगर पालिका निगम के चेयरमैन अमित यादव ने ललित कला अकादमी के प्रमुख वी नागदास की मौजूदगी में किया. इस पार्क का मकसद भारत की पर्यावरण के प्रति लगाव को दर्शाता है. साथ ही लोगों को इस बात के लिए जागरूक करना है कि कबाड़ से भी सुंदर चीजें बनायी जा सकती है.
बाद में इन कलाकृतियों को जी-20 पार्क में स्थापित किया जायेगा, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.