लखनऊ. स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) उत्तर प्रदेश के स्वच्छ विरासत अभियान को देश के प्रतिष्ठित हडको अवार्ड (2022-2023) के लिए चुना गया है.इस अभियान को बेस्ट प्रैक्टिसेस टू इम्प्रूव द लिविंग एन्यवारमेंट (Best Practices to improve the living environment) 2022-23 में पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है. प्रदेश के नगर विकास एवम् ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि यह एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार सैनिटेशन कैटेगरी में दिया जाएगा. भारत सरकार के उपक्रम हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से इसकी घोषणा की गई है.
प्रदेश के नगरों को ‘गुड टू ग्रेट (Good to Great)’ बनाते हुए वैश्विक नगर G-City बनाने का प्रयास किया जा रहा है.इसी कड़ी में 14 जनवरी, 2023 यानी मकर संक्रांति के दिन से पतंग महोत्सव के साथ ‘स्वच्छ विरासत’ अभियान की शुरुआत की गई .इसमें प्रदेश के 75 पर्यटक स्थलों और ऐतिहासिक स्मारकों को शामिल किया गया.इस दौरान इन स्थलों पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया.नुक्कड़ नाटक, कठपुतली शो, साइट के अंदर प्लॉग रन जैसी गतिविधियों के माध्यम से घाट, तालाब, बाजार समेत अन्य वाणिज्यिक क्षेत्रों की साफ-सफाई में आम जनमानस को शामिल किया गया.10 दिन के इस सफल अभियान का समापन 24 जनवरी को यूपी स्थापना दिवस के दिन गौपूजा के साथ किया गया.
हडको अवार्ड 2022-23 के लिए देश भर से इन्ट्री आईं थी. इसमें, प्रदेश के स्थानीय निकाय निदेशालय की ओर से भी इन्ट्री भेजी गई.कई चरणों के परीक्षण के बाद जूरी मंडल ने ‘स्वच्छ विरासत’ अभियान को फील्ड विजिट के लिए चुना.हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड लखनऊ क्षेत्रीय कार्यालय की एक टीम ने बीती 03 अप्रैल को लखनऊ के इमामबाड़ा, रेसीडेंसी समेत कई स्थलों का निरीक्षण भी किया.कई चरणों के परीक्षण के बाद ही ‘स्वच्छ विरासत’ अभियान को प्रतिष्ठित हडको अवार्ड बेस्ट प्रैक्टिसेस टू इम्प्रूव द लिविंग एन्यवारमेंट (Best Practices to improve the living environment) 2022-23 में पुरस्कार के लिए चुना गया है.