मनोज कुमार, पटना
बिहार के 103 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) में वित्तीय गड़बड़ी उजागर हुई है. 97 पैक्स में पूर्व या वर्तमान अध्यक्ष , चार पैक्स में मैनेजर व एक में उप प्रबंधकों पर गड़बड़ी के आरोप हैं. जिलों में कराये गये ऑडिट व जांच के दौरान गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद इन सभी के खिलाफ सहकारिता विभाग ने अधिभार आरोपित किया गया है. जिन पैक्सों में गड़बड़ी पकड़ी गयी है, वे राज्य के 24 जिलों में हैं. सभी के खिलाफ विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
नवादा व भागलपुर के सर्वाधिक पैक्स अध्यक्ष फंसे
विभाग के सूत्रों के मुताबिक, नवादा व भागलपुर के 11-11, जमुई के 8, भोजपुर के 7, गया के 6, बक्सर, मुंगेर व वैशाली के 5-5, गोपालगंज व सारण के 4-4, रोहतास, भभुआ, अररिया, सुपाैल, सहरसा, कटिहार व सीवान के 3-3, जहानाबाद, औरंगाबाद, बांका व मोतिहारी के 2-2 और नालंदा, अरवल व मुजफ्फरपुर के 1-1 पैक्स के तत्कालीन, वर्तमान व पूर्व अध्यक्षों के खिलाफ अधिभार आरोपित किया गया है. बक्सर में बिक्रम इंग्लिश, भटौली, अरियांव, कतिकनार व काजीपुर पैक्स के तत्कालीन अध्यक्षों पर अधिभार आरोपित किया गया है. कैमूर के भिट्ठी पैक्स के पूर्व प्रबंधक पर गड़बड़ी के आरोप हैं. भोजपुर के पवार, धनछुआ, रामाषाढ़, कौरी, सुहिया, पैक्स के कुछ पूर्व अध्यक्षों पर गड़बड़ी के आरोप हैं.
पैसे नहीं लौटाने पर होगी एफआइआर
विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अधिभार गठित होने के बाद पैक्स अध्यक्षों के खिलाफ अब आगे की प्रक्रिया होगी. इन्हें नोटिस देकर बुलाया जायेगा. राशि वापस करने का आदेश दिया जायेगा. राशि वापस नहीं करने पर एफआइआर होगी. पैक्स अध्यक्षों की कुर्सी भी जा सकती है. बता दें कि मामले को सरकार और विभाग के द्वारा गंभीर रुप में देखा जा रहा है. ऐसे में पैक्स अध्यक्षों को राहत मिलती हुई नहीं दिख रही है.