पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में पहली बार महिलाओं ने शनिवार को एक मस्जिद में ईद की नमाज अदा की. इससे मौलवियों का गुस्सा फूट पड़ा है. जिसे देखते हुए इमाम संगठन के अध्यक्ष हाफिज कारी हाजी इसरार हुसैन अशर्फी ने इस्लामी सिद्धांतों की खुली अवहेलना करार दिया है. जबकि हाल ही में मुस्लिम लॉ बोर्ड ने इस्लाम में महिलाओं को मस्जिद जाने की इजाजत है.
यूपी के पीलीभीत में पहली बार मस्जिद में करीब 20 महिलाओं ने ईद के दिन नमाज अदा की. इसे लेकर इमाम संगठन के अध्यक्ष हाफिज कारी हाजी इसरार हुसैन अशर्फी ने अधिकारियों स इस नए प्रथा पर रोक लगाने की मांग करने को कहा. इसके साथ ही उन्होंने जिस मस्जिद में महिलाओं ने नमाज अदा की थी उसे अवैध मस्जिद करार दिया है. वहीं दूसरी ओर मस्जिद फलाए आम के इमाम डॉक्टर मुजाहिद रजा ने मीडिया से बताया शनिवार को सुबह 8 बजे मस्जिद में ईद की नमाज अदा की गई. इसमें जहां 60 मर्दो ने नमाज अदा की तो वहीं 20 महिलाओं ने भी नमाज अदा की.
डॉक्टर मुजाहिद रजा खान ने मीडिया से बात करते हुए बताया इस्लाम में कहीं भी महिलाओं को मस्जिदों में नमाज अदा करने से रोकता नहीं गया है. यह सभी जानते हैं कि इस्लाम कुरान और हदीस के साथ चलता है. हदीस में महिलाओं को मस्जिदों में जाने की इजाजत दी गई है. ऐसे में अगर मस्जिद में महिलाओं ने नमाज अदा की तो गलत नहीं है.
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आपको बता दें कि हाल ही में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने महिलाओं को मस्जिद में नमाज अदा करने की इजाजत दी थी. बोर्ड ने कहा था कि मुस्लिम में महिला मनमाज अदा करने के लिए स्वतंत्र हैं और यह महिलाओं पर निर्भर करता है कि वह मस्जिद में नमाज अदा करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करना चाहती हैं या नहीं.