Prayagraj : यूपी में प्रयागराज के सिविल लाइन स्थित विट्ठल होटल में डिप्टी सीएमओ की लाश कमरे में फंदे पर लटकी हुई मिली है. सोमवार को सबसे पहले होटल के कर्मचारियों ने फंदे पर लटकता हुआ शव देखा, जिसके बाद सीएमओ को फोन कर इसकी जानकारी दी गई. प्रभारी सीएमओ डॉ. अशोक कुमार समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. करीब 10.30 बजे पुलिस भी मौके पर पहुंची. होटल के कमरा नंबर 106 के दरवाजे को मास्टर चाबी से खोला गया. फोरेंसिक टीम कमरे में साक्ष्य जुटा रही है.
डॉ. सुनील कुमार सिंह मूल रूप से बनारस के पांडेयपुर के रहने वाले हैं. वो प्रयागराज में संचारी रोग के नोडल अधिकारी थे. शव की स्थिति को देखकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने हत्या की अंदेशा जताया है. वहीं पुलिस का कहना कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सही वजह सामने आएगी. डीएम संजय कुमार खत्री और पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा भी होटल में पहुंचे हैं. उन्होंने फोरेंसिक टीम और पुलिस टीम से केस को वर्कआउट करने के बारे में बात की.
स्वास्थ्य विभाग में उनके साथ काम करने वाले चिकित्सकों ने बताया कि प्रयागराज पोस्टिंग से पहले उनकी तैनाती मिर्जापुर में थी. अगस्त 2022 में ही प्रयागराज में पोस्टिंग हुई थी. चूंकि ये होटल सीएमओ कार्यालय से सिर्फ 4 किमी. दूर था. इसलिए यही पर रहने लगे थे. उनके साथी चिकित्सकों के मुताबिक, वो काफी मिलनसार व्यक्ति थे. डॉ. सुनील कुमार सिंह ने ड्यूटी से आने के बाद होटल के कमरा नंबर 106 में ही रहते थे.
सोमवार सुबह जब होटल का स्टाफ कमरे पर पहुंचा, तो कमरा नहीं खुला. कई बार आवाज देने के बाद कर्मचारी ने रिसेप्शन पर जानकारी दी. इसके बाद होटल स्टाफ ने मास्टर चाभी से दरवाजा खोला. तो कमरे में बेड शीट के फंदे पर शव मिला. वहीं पुलिस डिप्टी सीएमओ के सामान की तलाशी ली है. कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. किसी से उनका विवाद नहीं था. ACP आकाश कुल्हारी मौके पर पहुंचे है.
कमरे के एक कोने में बैग रखा हुआ मिला है. बेड से गद्दा जमीन पर लटका हुआ था. कमरा में सामान अस्त-व्यस्त मिला है. पुलिस की एक टीम स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर और कर्मचारियों के बयान दर्ज कर रही है. वहीं, दूसरी टीम सामान की जांच, परिवार से संपर्क और होटल के CCTV जांचने में लगा दी गई है. ताकि कमरे के आस-पास की मूवमेंट देखी जा सके. पुलिस ने परिवार के लोगों को जानकारी भेजी है. डॉक्टर के पिता घनश्याम सिंह यूपी कॉलेज बनारस में प्रोफेसर थे.