प्रतिबंधित संगठन PFI पर सिकंजा कसते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने देश के पांच राज्यों में बड़ी छापेमारी की. एनआईए ने 17 लोकेशन पर सर्च तलाशी अभियान चलाया.
बिहार, यूपी समेत इन राज्यों में एनआईए की छापेमारी
प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कैडरों के खिलाफ ताजा कार्रवाई में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, गोवा और पंजाब के लुधियाना में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर तलाशी ले रही है.
बिहार में डेंटिस्ट डॉ सारिक रजा पर एनआईए का सिकंजा
बिहार में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े मामले में दरभंगा शहर के उर्दू बाजार स्थित डेंटिस्ट डॉ सारिक रजा और सिंघवारा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव निवासी महबूब पर एनआईए ने छापेमारी की.
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भारत सरकार ने PFI को पांच साल के लिए किया प्रतिबंधित
भारत सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular front of India) की आतंकी फंडिंग व अन्य गतिविधियों के चलते पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है. गृह मंत्रालय ने यूएपीए एक्ट के तहत इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया है. PFI के अलावा उनके सहयोगी संगठन रिहैब इंडिया फाउंडेशन, कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया इमाम काउंसिल, नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन, नेशनल विमेन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन(केरल) पर भी प्रतिबंध लगाया गया है.
तीन मुस्लिम संगठनों के माध्यम से बना था PFI
PFI को 2007 में दक्षिणी भारत में तीन मुस्लिम संगठनों, केरल में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और तमिलनाडु में मनिथा नीति पासराई के विलय के माध्यम से बनाया गया था.