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कोलकाता मेडिकल कॉलेज की सुपर स्पेशियलिटी बिल्डिंग में लगी आग

आग लगने का प्राथमिक कारण शॉट सर्किट बताया जा रहा है. इस घटना के कारण काफी देर तक उस बिल्डिंग में बिजली सेवा बंद रही. अस्पताल परिसर में भी अफरातफरी की स्थिति रही.

मध्य कोलकाता के बहूबाजार इलाके में स्थित कोलकाता मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार दोपहर को आग लगने से वहां कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गयी. आग 10 मंजिला सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के प्रथम तल में मंगलवार दोपहर तीन बजे के करीब लगी थी. खबर पाकर दमकल विभाग की तीन गाड़ियों के साथ दमकलकर्मी वहां पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश में जुट गये. इधर, बहूबाजार थाने की पुलिस भी वहां पहुंची और वहां से लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. इस बीच, अस्पताल की तरफ से दमकल विभाग को बताया गया कि जहां आग लगी है, वह फ्लोर खाली रहता है.

दोपहर को धुआं निकलने के बाद आग लगने का पता चला. वहीं, दमकलकर्मियों का कहना है कि आग इमारत के प्रथम तल में स्थित सर्वर रूम में लगी थी. वह फ्लोर महीनों से खाली पड़ा था. सर्वर रूम में भी कोई काम नहीं होता था. करीब एक घंटे में ही आग पर काबू पा लिया गया. इस घटना में किसी भी व्यक्ति या मरीज के घायल होने की खबर नहीं है. आग लगने का प्राथमिक कारण शॉट सर्किट बताया जा रहा है. इस घटना के कारण काफी देर तक उस बिल्डिंग में बिजली सेवा बंद रही. अस्पताल परिसर में भी अफरातफरी की स्थिति रही. शाम 4.30 बजे तक स्थिति सामान्य कर ली गयी.

बिजली रही गुल, तो टॉर्च लाइट जलाकर हुई सर्जरी

कोलकाता मेडिकल कॉलेज में सर्जरी के दौरान एसएसबी बिल्डिंग में आग लगने से बिजली गुल होने के कारण एक मरीज की सर्जरी चिकित्सकों ने मोबाइल फोन की टॉर्च लाइट में की. मेडिकल कॉलेज के सर्वर रूम में शॉर्ट सर्किट से आग लगने से पूरे अस्पताल की बिजली आपूर्ति कुछ देर के लिए बंद हो गयी थी. सर्जरी के बाद मरीज को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. जानकारी के अनुसार, मंगलवार दोपहर एसएसबी बिल्डिंग के सेंट्रल सर्वर रूम में अचानक आग लग गयी. पूरे अस्पताल में धुआं फैल गया. कुछ ही मिनटों में एसएसबी की दूसरी और तीसरी मंजिल पर अंधेरा छा गया. ऐसे में ओटी के बाहर इंतजार कर रहे मरीज के परिजन दहशत में आ गये. सूचना पाकर अस्पताल अधीक्षक प्रो डॉ अंजन अधिकारी, प्रिंसिपल डॉ इंद्रनील विश्वास सहित अन्य अधिकारी एसएसबी बिल्डिंग पहुंचे. दमकल और आपदा प्रबंधन की टीमें पहले ही पहुंच चुकी थीं.

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इस दौरान हावड़ा जिला स्थित लिलुआ निवासी छवि दास (46) की ओटी के अंदर किडनी ट्यूमर की सर्जरी चल रही थी. यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ सुरनीमल रायचौधरी के सहायक चिकित्सक सर्जरी कर रहे थे. इसी दौरान अचानक बिजली गुल हो गयी. धुआं भी भरता जा रहा था. चूंकि ऑपरेशन जरूरी था, इसलिए चिकित्सकों ने मोबाइल फोन की टॉर्च लाइट की रोशनी में सर्जरी को अंजाम दिया. ओटी में मौजूद चार डॉक्टरों ने मोबाइल की टॉर्च जलायी. दाहिनी किडनी से ट्यूमर को निकाला गया. इसके बाद पेट और पीठ की सर्जरी वाले हिस्से की सिलाई की गयी. सर्जरी करीब डेढ़ घंटे तक चली. साढ़े चार बजे सर्जरी खत्म हुई, जो सफल रही. सर्जरी के बाद मरीज भी स्वस्थ है. मरीज को फिलहाल सीसीयू में शिफ्ट किया गया है. इस सर्जरी के बाद अन्य आठ सर्जरी को टाल दिया गया. अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज एक बड़े हादसे से बच गया.

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