यूपीः कानपुर देहात में पिछले दो दिन आंधी के साथ जोरदार बारिश व ओलावृष्टि से गेहूं की पकी फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. ऐसे में किसानों की नींद गायब हो गई है. बारिश बंद होने के बाद मंगलवार को सुबह होते ही किसान खेतों में पहुंचे और कटी पड़ी फसल को सुखाने में जुट गए.
हालांकि मौसम विभाग में अगले 5 दिन और बारिश के साथ तेज हवाओं का चलने का अनुमान जताया है. रबी सीजन में गेहूं की तैयार फसल के बीच बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि ने जमकर कहर बरपाया है. बीते रविवार को कानपुर देहात के अधिकांश क्षेत्रों में आंधी बारिश के बीच जमकर ओलावृष्टि हुई. जिससे खेतों में गेहूं की कटाई मड़ाई का काम पूरी तरह ठप हो गया.
बता दें कि सोमवार को हुई बारिश के बीच करीब 20 मिनट तक शिवली रसूलाबाद क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई. ओलावृष्टि होने से किसानों को अच्छा खासा नुकसान होना तय है. बारिश और तेज हवाओं से जहां एक ओर खड़ी फसल गिर गई तो दूसरी ओर कटी हुई. गेहूं की फसल भींग गई. जब देर रात बारिश रुकी तो सुबह होते ही किसान खेतों की तरफ भागे और कटी पड़ी फसल को सुखाने में जुट गए.
गेहूं के बंधे हुए गट्ठरों को किसान खोलकर सुखाते रहे हैं. जबकि दूसरी ओर बारिश और तेज हवाओं से जो फसल गिर गई है. उसे काटना किसानों के लिए मुश्किल भरा होगा. सूखने से पहले इस फसल को काटना संभव नहीं है. वहीं अगर बारिश दोबारा होती है तो गेंहू का दाना काला पड़ जाएगा.
वहीं एक ओर जहां बारिश से गेहूं की फसल को नुकसान हुआ. वहीं दूसरी तरफ मूंगफली की फसल के लिए बारिश संजीवनी साबित हुई है. सूख रही मूंगफली की फसल बारिश के बाद से लहलहाने लगी है. मौसम विभाग के मुताबिक 30 अप्रैल तक बारिश और तेज हवाएं चलने की आशंका है.
रिपोर्टः आयुष तिवारी