मुंबई : महाराष्ट्र के तटीय जिले रत्नागिरी में बारसू रिफाइनरी के खिलाफ ग्रामीणों के विरोध-प्रदर्शन के मुद्दे पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार से टेलीफोन पर बातचीत की. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से दी गई गई जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने रत्नागिरी में बारसु रिफाइनरी के विरोध के मुद्दे पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ टेलीफोन पर बातचीत की.
इससे पहले, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार को तटीय रत्नागिरी जिले में रिफाइनरी परियोजना का विरोध कर रहे ग्रामीणों से बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर इसके बाद भी मुद्दा नहीं सुलझता है, तो वैकल्पिक स्थान का पता लगाया जाना चाहिए. इस मुद्दे पर चर्चा के लिए राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत के उनसे मुलाकात करने के बाद शरद पवार ने पत्रकारों से बात की.
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों के समर्थन में शिवसेना-कांग्रेस
मुंबई से करीब 400 किलोमीटर दूर रत्नागिरी जिले की राजापुर तहसील में बारसू गांव के निवासी परियोजना का विरोध कर रहे हैं और महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में एनसीपी की सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) तथा कांग्रेस उनका समर्थन कर रही हैं. शरद पवार ने कहा कि उनकी पार्टी एनसीपी ने कोंकण में विकास परियोजनाओं का विरोध नहीं किया, लेकिन स्थानीय लोगों के विचार जानना बेहद जरूरी है.
ग्रामीण क्यों हैं नाराज
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार को यह पता लगाने की जरूरत है कि स्थानीय लोग नाराज क्यों हैं. उनसे बातचीत करना ही एकमात्र समाधान है. यदि बातचीत के माध्यम से मामला हल नहीं होता है, तो एक वैकल्पिक स्थान ढूंढना चाहिए. राज्य सरकार ने तर्क दिया है कि उद्धव ठाकरे जब मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने मूल स्थल नाणार के बजाय बारसू को विकल्प के रूप में सुझाया था. इस पर पवार ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है.
पवार से मिले उद्योग मंत्री उदय सामंत
शरद पवार ने कहा कि मुझसे मिलने वाले उद्योग मंत्री उदय सामंत ने आश्वासन दिया कि गुरुवार को बातचीत होगी. मंगलवार को परियोजना स्थल पर केवल मिट्टी की जांच की जा रही थी. उन्होंने कहा कि एनसीपी नेता घटनास्थल का दौरा करेंगे और स्थानीय लोगों से बात करेंगे. उधर, रत्नागिरी जिले के संरक्षक मंत्री सामंत ने संवाददाताओं से कहा कि परियोजना स्थल पर हिरासत में ली गईं महिला प्रदर्शनकारियों को रिहा कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार ग्रामीणों से बात करेगी.