मुंबई : वैश्विक अर्थव्यवस्था में अभी हाल के महीनों में उपजी आर्थिक अस्थिरता और वैश्विक भू-राजनीतिक घटनाक्रमों से भारतीय बैंकिंग प्रणाली पर किसी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला है. यह कहना है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास का. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को कहा है कि भारत की बैंकिंग प्रणाली मजबूत बनी हुई है और वैश्विक घटनाक्रमों का इस पर खास प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला है.
सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने अमेरिका-यूरोप में वित्तीय संकट
रिजर्व बैंक प्रवर्तित ‘कॉलेज ऑफ सुपरवाइजर्स’ की ओर से वित्तीय क्षेत्र की मजबूती पर एक वैश्विक सम्मेलन को संबोधित करते हुए गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय की वित्तीय प्रणाली मजबूत बनी हुई और कुछ आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं में वित्तीय अस्थिरता का इस पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ा है. उनका यह बयान सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने के कुछ सप्ताह बाद आया है. अमेरिका के 16 बड़े बैंकों में शुमार सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने से अमेरिका और यूरोप के वित्तीय क्षेत्र में संकट की स्थिति पैदा हो गई है.
गवर्नर ने अंशधारकों को सतर्क रहने के लिए किया आगाह
गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रिजर्व बैंक के दबाव परीक्षणों से पता चलता है कि अत्यंत संकट वाली स्थिति में भी भारतीय बैंक पूंजी पर्याप्तता अनुपात को न्यूनतम जरूरत से ऊपर रखने में सफल रहेंगे.
Also Read: बैंकों में जमा बिना दावों वाले पैसों को पता लगाएगा आरबीआई, जल्द होगा पोर्टल शुरू
इसके साथ ही, गवर्नर ने अंशधारकों को सतर्क रहने के लिए आगाह करते हुए कहा कि दुनियाभर में परंपरा से हटकर नीतियां अपनाई जा रही हैं. ऐसे में वित्तीय क्षेत्र में किसी तरह का ‘आश्चर्य’ कहीं से भी देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक भविष्य के लिए भारतीय वित्तीय प्रणाली को मजबूत करने और इसकी सतत वृद्धि को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.