Vande Bharat Express : वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए रांची रेल डिविजन पूरी तरह से तैयार है. इसके लिए हटिया यार्ड में ट्रेन की साफ-सफाई और अन्य सुविधाएं पूरी कर ली गयी है. जैसे ही बोर्ड से रैक उपलब्ध होगा, ट्रेन चलायी जायेगी. उक्त बातें दक्षिण-पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक अर्चना जोशी ने रांची रेल डिविजन के निरीक्षण के बाद पत्रकारों से कही. उन्होंने कहा कि बुधवार को दक्षिण-पूर्व रेलवे को वंदे भारत ट्रेन का एक रैक मिला है, लेकिन यह किस रूट में चलेगा, अभी इसका शिडयूल नहीं आया है.
पुरी-कोलकाता चलने की संभावना
रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वंदे भारत का रैक पुरी-कोलकाता चलने की संभावना है. इधर, महाप्रबंधक ने कहा कि रांची-गिरिडीह विस्टोडोम युक्त ट्रेन भी जल्द चलाने की योजना है. इसका कोच आ गया है, बोर्ड से समय सारिणी का इंतजार है.
रांची रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट को लेकर कार्य शुरू
रांची रेलवे स्टेशन री-डेवलपमेंट का कार्य धीमी गति से चलने के सवाल पर कहा कि कार्य शुरू हो गया है. अभी शिफ्टिंग का काम चल रहा है. डिजाइन के अनुसार कार्य शुरू है. जल्द ही काम दिखने लगेगा. वहीं, री-डिवलपमेंट को लेकर रेलकर्मियों के लिए क्वार्टर जी-8 बन गया है. जल्द ही उन्हें शिफ्ट किया जायेगा. वहीं, महाप्रबंधक ने हटिया-बंडामुंडा रेल लाइन दोहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया और अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया.
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2024 तक पूरी करने का लक्ष्य
उन्होंने कहा कि 168 किलोमीटर लंबी लाइन वर्ष 2024 तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है. पिछले वित्तीय वर्ष में हटिया से बंडामुंडा की ओर 33 किलोमीटर रेल लाइन बनकर तैयार हो गया है. कार्य में विलंब होने के सवाल पर कहा कि बानो क्षेत्र में रेल लाइन बिछाने में सबसे बड़ी बाधा चट्टानी भूमि है. चट्टान को तोड़ने के लिए स्पेशल मशीन दी गयी हैै. इस रेल लाइन में 13 बड़े रेल पुल का निर्माण होना है, जो लगभग अब पूरा होने वाला है. इस रेल लाइन के डबलिंग होने से ट्रेन की समयबद्धता बढ़ेगी और सिग्नल नहीं मिलने के कारण यात्री ट्रेन को रोका नहीं जायेगा. मौके पर डीआरएम प्रदीप गुप्ता, सीनियर डीसीएम निशांत कुमार सहित रेलवे के कई वरीय अधिकारी मौजूद थे.